उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आने वाले एक-दो दिन में लोगों को प्रचंड गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. मौसम केंद्र के एक वैज्ञानिक ने इसकी जानकारी दी. लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम केंद्र के वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बृहस्पतिवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण बादलों की आवाजाही से आने वाले दो-तीन दिनों तक तापमान में कुछ गिरावट होगी.
यहां पड़ी खूब गर्मी...
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं, वहीं राज्य के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर ताप लहर की स्थितियां बनी रहीं. पिछले 24 घंटों के दौरान आगरा और मेरठ मंडल में दिन के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई, जबकि राज्य के बाकी मंडलों में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया. इस अवधि में गोरखपुर, अयोध्या, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, बरेली तथा झांसी मंडलों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा वाराणसी, मुरादाबाद तथा आगरा मंडलों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहा.
सूखे मौसम का अनुमान
पिछले 24 घंटों के दौरान झांसी प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा बस्ती में 42, प्रयागराज में 41.8 और सुल्तानपुर और गोरखपुर में 41.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. पिछले 24 घंटों के दौरान गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, अयोध्या, मुरादाबाद, झांसी तथा आगरा मंडलों में रात का तापमान भी सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया. अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में मौसम आमतौर पर सूखा रहने का अनुमान है.
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