कोरोना की तीसरी लहर और आंतकी हमले के खतरे को देखते हुए इस बार राजपथ पर होने वाले 26 जनवरी के कार्यक्रम में कई बदलाव किए गए हैं और पाबंदियां लगाई गई हैं. नई दिल्ली के डीसीपी दीपक यादव ने एनडीटीवी को बताया कि इस बार कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए 26 जनवरी के कार्यक्रम में लोगों की संख्या सीमित होगी. आम लोगों को केवल 4 हजार टिकट ही दिए जा रहे हैं. पिछली साल की तरह करीब 24 हजार लोग ही आने दिए जाएंगे. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने आने वाले लोगों को अपना वैक्सीनेशन सर्टीफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा. इस बार गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में 15 साल से छोटे बच्चे या स्कूली बच्चों को आने की अनुमति नहीं है. यादव ने कहा, "हम लोग पूरा कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करवा रहे हैं."
क्या गणतंत्र दिवस परेड के लिए तैयार है राजपथ? देखिए ग्राउंड रिपोर्ट
इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में झांकियों में भी बदलाव किए गए हैं. यादव ने बताया कि इस बार कम झांकियां होगीं. आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा कड़ी की जा रही है. एन्टी ड्रोन सिस्टम, क्यूआरटी, स्नाइपर, हिट टीमें, और डिफेंस सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे आदि के जरिए सुरक्षा पुख्ता की जा रही है. कोविड के चलते गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा.
राजपथ पर है खास तैयारी
इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के लिए राजपथ पर खास तैयारियां की जा रही हैं. अधिकारियों की मानें तो इस बार वहां ब्रिटिश स्टाइल की कुर्सियां, लाइट और पानी की निकासी से जुड़े नए रास्ते तैयार किए गए हैं. सड़क को समतल किया जा रहा है. एक अधिकारी ने बताया, "माइक्रो इरिगेशन सिस्टम, पानी की निकासी से जुड़े बेहतर रास्ते, कुछ पैदल पथ और बैठने के लिए शानदार कुर्सियां तैयार की जा रही हैं."
Video: गणतंत्र दिवस परेड में करतब दिखाने के लिए रोज आठ घंटे ट्रेनिंग कर रही सीमा भवानी की टीम
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