Dudu Election Results 2023: जानें, दूदू (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

दूदू विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 230231 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 68769 ने निर्दलीय उम्मीदवार बाबूलाल नागर को वोट देकर जिताया था, जबकि 53990 वोट पा सके भाजपा प्रत्याशी प्रेमचंद्र बैरवा 14779 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Dudu Election Results 2023: जानें, दूदू (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के पूर्व क्षेत्र में मौजूद है जयपुर जिला, जहां बसा है दूदू विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 230231 मतदाता थे, और उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार बाबूलाल नागर को 68769 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि भाजपा उम्मीदवार प्रेमचंद्र बैरवा को 53990 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 14779 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में दूदू विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रेमचंद्र बैरवा ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 86239 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार हजारीलाल नगर को 52519 वोट मिल पाए थे, और वह 33720 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में दूदू विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार बाबूलाल नगर को कुल 63287 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल बच्छिर दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 57974 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 5313 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.