दिल्ली विश्वविद्यालय में फर्जी नामांकन से जु़ड़े एक रैेकेट का खुलासा हुआ है
नई दिल्ली:
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज में फर्जी दस्तावेज़ और पेपर का इस्तेमाल कर छात्रों के नामांकन में मदद करने वाले एक कथित रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है जिसमें चार लोग गिरफ्तार हुए हैं।
अपराध शाखा के एसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक दल ने कॉलेज में छात्रों की भर्ती के लिए फर्जी अंक तालिका, डिग्री, चरित्र प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेज़ के साथ नामांकन रैकेट चलाने पर सुनील पंवार उर्फ गुरूजी, मोहम्मद जुबैर, प्रवीण झा और रंचित खुराना को गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के भगत सिंह कॉलेज, अरविंदो कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज और कमला नेहरू कॉलेज सहित नॉर्थ और साउथ कैंपस के कई कॉलेज में कथित रूप से 25 फर्जी नामांकन करवाए हैं। अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर मालवीय नगर के मुख्य बाजार से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग तीन साल से रैकेट का संचालन कर रहे व्यक्ति के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है। वह नौकरी की इच्छा रखने वाले लोगों को अलग अलग विश्वविद्यालयों के फर्जी दस्तावेज और प्रमाण पत्र भी बेचते थे।
अधिकारी के मुताबिक अरविंदो कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र और गिरोह के नेता सुनील पंवार और जुबैर, उन छात्रों की तलाश करते थे जिन्हें डीयू में एडमिशन नहीं मिलता, वहीं रंचित ऐसे उम्मीदवारों के लिए प्रवीण झा से फर्जी दस्तावेज हासिल करने में संलिप्त था। उन्होंने बताया कि रैकेट में शामिल आरोपी कॉलेज में और अपने पसंद के विषय में नामांकन चाहने वाले छात्रों से तीन से सात लाख रूपये लेते थे। इस मामले की जांच की जा रही है।
अपराध शाखा के एसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक दल ने कॉलेज में छात्रों की भर्ती के लिए फर्जी अंक तालिका, डिग्री, चरित्र प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेज़ के साथ नामांकन रैकेट चलाने पर सुनील पंवार उर्फ गुरूजी, मोहम्मद जुबैर, प्रवीण झा और रंचित खुराना को गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के भगत सिंह कॉलेज, अरविंदो कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज और कमला नेहरू कॉलेज सहित नॉर्थ और साउथ कैंपस के कई कॉलेज में कथित रूप से 25 फर्जी नामांकन करवाए हैं। अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर मालवीय नगर के मुख्य बाजार से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग तीन साल से रैकेट का संचालन कर रहे व्यक्ति के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है। वह नौकरी की इच्छा रखने वाले लोगों को अलग अलग विश्वविद्यालयों के फर्जी दस्तावेज और प्रमाण पत्र भी बेचते थे।
अधिकारी के मुताबिक अरविंदो कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र और गिरोह के नेता सुनील पंवार और जुबैर, उन छात्रों की तलाश करते थे जिन्हें डीयू में एडमिशन नहीं मिलता, वहीं रंचित ऐसे उम्मीदवारों के लिए प्रवीण झा से फर्जी दस्तावेज हासिल करने में संलिप्त था। उन्होंने बताया कि रैकेट में शामिल आरोपी कॉलेज में और अपने पसंद के विषय में नामांकन चाहने वाले छात्रों से तीन से सात लाख रूपये लेते थे। इस मामले की जांच की जा रही है।
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