उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने का अभियान जोरों पर चल रहा है. इस रेस्क्यू अभियान में मदद के लिए डीआरडीओ ने रिमोट से चलने वाले दो रोवर भेजे हैं. जिसको रोबोट भी कह सकते है. जिनमें से पहला है CONFINED SPACE ROV यानि कि दक्ष मिनी और दूसरा है SURVERILLANCE ROV यानि कि दक्ष स्काउट.
CONFINED SPACE ROV की खासियत
इसका इस्तेमाल आईइडी को हैंडल करने में होता है, जो कि बैटरी से दो घंटे चल सकता है. जानकारी के मुताबिक इसकी रेंज 200 मीटर है. मैनीपुलेटर आर्म के जरिये 20 किलो समान उठा सकता है. इसमें हाई रेजोल्यूशन कैमरा लगे हैं. इसे रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिये कमांड एंड कंट्रोल किया जा सकता है.
SURVERILLANCE ROV की खासियत
इसका यूज निगरानी के साथ बम को डिफ्यूज करने में किया जाता है. ये किसी भी तरह की जमीन पर चल सकता है, सीढ़ी पर चढ़ सकता है और ढ़लान से उतर सकता हैं. आगे पीछे चारों ओर देखने के लिये कैमरा लगे हैं, इसे दिन और रात में कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
दोनों में मास्टर कंट्रोल बैग पैक बेस्ड
बड़ी बात दोनों व्हीकल का मास्टर कंट्रोल बैग पैक बेस्ड है. आसानी से लेकर कही भी आ जा सकते हैं. बचाव अभियान में लगी एजेंसियों की मांग पर डीआरडीओ ने यह रोबोट भेजा है. हालांकि ये साफ नहीं है एजेंसी इसका कैसे इस्तेमाल कर रही है, डीआरडीओ की माने तो यह निर्देश के मुताबिक यह परफेक्ट काम करता हैं.
क्या है उत्तरकाशी सुरंग हादसा
करीब दस दिन पहले सुरंग का एक हिस्सा धंस जाने से 41 श्रमिक अंदर फंसे हैं जिन्हें निकालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, हालांकि अभी तक की मेहनत रंग नहीं ला सकी. लेकिन मजदूरों को सुरंग से निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.
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