प्रदर्शन के दौरान की तस्वीर
बेंगलुरु:
तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस की गोलीबारी का मामला अब गरमाता जा रहा है. तमिलनाडु में विपक्ष डीएमके ने तुतकोरिन की घटना को पंजाब के जलियांवाला बाग हत्याकांड से तुलना की है, जो ब्रिटिश हुकूमत के समय आज से करीब सौ साल पहले हुआ था, जिसमें निहत्थे लोगों पर अंग्रेजों ने गोलियां चलाई थी. बता दें कि मंगलवार को स्टरलाइट कॉपर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये. इतना ही नहीं, इस मामले में अब गृह मंत्रालय ने भी तमिलनाडु की सरकार से रिपार्ट की मांग की है.
स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस फायरिंग से 11 लोगों की मौत को राहुल ने बताया 'हत्या'
तूतोकोरिन हिंसा की जांच के लिए मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने आदेश दे दिये हैं. प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग करने के आदेश की जमकर आलोचना हो रही है. मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने न्यायिक जांच के आदेश दिये और कहा कि मौके पर ऐसी परिस्थिति बनी, जिसे टाला नहीं जा सका. वहीं, पुलिस ने दावा किया कि भीड़ हिंसात्मक हो गई, उसके बाद ओपन फायरिंग करनी पड़ी.
तमिलनाडु को एक 'फासीवादी शासन' और "पुलिस स्टेट की संज्ञा देते हुए डीएमके नेता सर्वनन ने कहा कि "हाल के एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि तमिलनाडू में सबसे अधिक प्रोटेस्ट होते हैं. यह सरकार की अक्षमता के कारण है. तूतीकोरिन कांड एक जालियावाला बाग हत्याकांड की तरह है. सरकार को बोरिया बिस्तर समेट के सत्ता छोड़ देनी चाहिए.
स्टरलाइट मामले को लेकर रजनीकांत ने अन्नाद्रमुक सरकार को घेरा
वहीं, इस पर बुधवार को एक बाद एक ट्वीट कर डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और कई सवाल खड़े किये. स्टालिन ने सवाल किया कि आखिर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग के आदेश किसने दिये. बता दें कि मंगलवार को स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां बरसाईं और अपने बचाव में फायरिंग भी की. पुलिस से हुई हिंसक झड़प में 30 से ज्यादा लोगों के घायल हो गये हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदर्शन में मारे गये लोगों की घटना को राज्य सरकार द्वारा पोषित हत्या करार दिया है.
VIDEO: तमिलनाडु के तूतीकोरन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन हुआ हिंसक
स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस फायरिंग से 11 लोगों की मौत को राहुल ने बताया 'हत्या'
तूतोकोरिन हिंसा की जांच के लिए मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने आदेश दे दिये हैं. प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग करने के आदेश की जमकर आलोचना हो रही है. मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने न्यायिक जांच के आदेश दिये और कहा कि मौके पर ऐसी परिस्थिति बनी, जिसे टाला नहीं जा सका. वहीं, पुलिस ने दावा किया कि भीड़ हिंसात्मक हो गई, उसके बाद ओपन फायरिंग करनी पड़ी.
तमिलनाडु को एक 'फासीवादी शासन' और "पुलिस स्टेट की संज्ञा देते हुए डीएमके नेता सर्वनन ने कहा कि "हाल के एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि तमिलनाडू में सबसे अधिक प्रोटेस्ट होते हैं. यह सरकार की अक्षमता के कारण है. तूतीकोरिन कांड एक जालियावाला बाग हत्याकांड की तरह है. सरकार को बोरिया बिस्तर समेट के सत्ता छोड़ देनी चाहिए.
स्टरलाइट मामले को लेकर रजनीकांत ने अन्नाद्रमुक सरकार को घेरा
वहीं, इस पर बुधवार को एक बाद एक ट्वीट कर डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और कई सवाल खड़े किये. स्टालिन ने सवाल किया कि आखिर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग के आदेश किसने दिये. बता दें कि मंगलवार को स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां बरसाईं और अपने बचाव में फायरिंग भी की. पुलिस से हुई हिंसक झड़प में 30 से ज्यादा लोगों के घायल हो गये हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदर्शन में मारे गये लोगों की घटना को राज्य सरकार द्वारा पोषित हत्या करार दिया है.
VIDEO: तमिलनाडु के तूतीकोरन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन हुआ हिंसक
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