सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की आज शाम बैठक होगी जिसमें 16 नवंबर से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान, मोदी सरकार द्वारा 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद किए जाने के विरोध में सत्ता पक्ष को संयुक्त रूप से घेरने की रणनीति बनाई जाएगी.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय से मिलेंगे. विपक्ष के सूत्रों ने बताया कि लोकसभा के सांसद बंदोपाध्याय से कांग्रेस नेताओं की यह मुलाकात आज लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले होगी.
बैठक में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन के भी मौजूद रहने की संभावना है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अन्य विपक्षी दलों को बुलाया गया है या नहीं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सरकार के विमुद्रीकरण के कदम के खिलाफ एकजुट होकर विरोध जताने का विचार पेश किया था.
कांग्रेस नेताओं ने भी संसद के शीतकालीन सत्र से पूर्व संयुक्त रणनीति बनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों से संपर्क किया था.
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों जैसे माकपा, भाकपा, सपा तथा बसपा ने सरकार पर जल्दबाजी में और बिना समुचित योजना के यह कदम उठाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे आम आदमी बुरी तरह परेशान हो रहा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय से मिलेंगे. विपक्ष के सूत्रों ने बताया कि लोकसभा के सांसद बंदोपाध्याय से कांग्रेस नेताओं की यह मुलाकात आज लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले होगी.
बैठक में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन के भी मौजूद रहने की संभावना है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अन्य विपक्षी दलों को बुलाया गया है या नहीं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सरकार के विमुद्रीकरण के कदम के खिलाफ एकजुट होकर विरोध जताने का विचार पेश किया था.
कांग्रेस नेताओं ने भी संसद के शीतकालीन सत्र से पूर्व संयुक्त रणनीति बनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों से संपर्क किया था.
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों जैसे माकपा, भाकपा, सपा तथा बसपा ने सरकार पर जल्दबाजी में और बिना समुचित योजना के यह कदम उठाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे आम आदमी बुरी तरह परेशान हो रहा है.
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