प्याज की अचानक बढ़ी हुई कीमतों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लोगों के घरों पर प्याज की बिक्री सुनिश्चित करें. राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की खुदरा कीमत पिछले हफ्ते से 45 प्रतिशत बढ़कर 80 रुपए प्रति किलो हो गयी है. आधिकारिक आंकड़ों ने अनुसार एक अक्टूबर को प्याज की कीमत 55 रुपए प्रति किलो थी. एक बयान के अनुसार दिल्ली के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने प्याज की बढ़ी हुई कीमत के विषय पर बुधवार को अपने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. हुसैन ने एजेंसियों को भी निर्देश दिया है कि वे एक दूसरे के साथ सामंजस्य बनाते हुए मोबाइल वैन के द्वारा प्याज की समय पर और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करें.
प्याज के भाव आसमान पर क्यों पहुंच गए? खाद्य मंत्री ने बताया कारण
उन्होंने आयुक्त से दिल्ली में प्याज की बढ़ी हुई कीमत पर नियमित निगरानी रखने और दैनिक कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट देने को भी कहा है. बयान में कहा गया, “मंत्री ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति आयुक्त को पिछले महीने सितंबर-अक्टूबर की भांति इस बार भी घर घर जाकर प्याज की आपूर्ति फिर से सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.” उन्होंने एजेंसियों को जमाखोरी और कालाबाजारी रोकने के निर्देश भी दिए हैं.
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि लोगों को 80-100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में गुप्ता ने प्याज के दामों में बढ़ोतरी को लेकर क्षोभ व्यक्त किया है.
दिल्ली में प्याज की कीमतें 80 रुपये किलो तक पहुंची, पढ़ें- आखिर हफ्ते भर में क्यों 45% बढ़े दाम
वहीं, प्याज की कीमतों के आसमान छूने को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर प्रहार किया और बिचौलियों एवं जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. विपक्षी पार्टी ने सरकार से इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढने का भी अनुरोध किया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार जमाखोरों को संरक्षण दे रही है, जिन्होंने प्याज की कीमतें बेतहाशा बढ़ा दी है और यह आसमान छू रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनाते ने कहा, ‘‘भारतीय कृषक सघों के समूह के एक हालिया अध्ययन में कहा गया है कि यह समस्या आपूर्ति में बाधा के चलते पैदा नहीं हुई है बल्कि बिचौलियों द्वारा जमाखोरी किये जाने के चलते हुई है जो प्याज की बढ़ती कीमतों के लिये जिम्मेदार हैं. हम सरकार से ‘क्विक फिक्स' के बजाय इसका एक स्थायी हल करने का अनुरोध करते हैं.''
भारत में आसमां छूती प्याज की कीमतें, मिस्र, तुर्की और ईरान से करेगा आयात
प्याज का आयात करने की सरकार की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘सैद्धांतिक रूप से मुझे लगता है कि सरकार को यह उपाय अपनाना चाहिए क्योंकि वह असली मुद्दे का हल करने में सक्षम नहीं है, जो कि जमाखोरी है ना कि आपूर्ति में बाधा.'' कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मेरी यह दलील है कि प्याज की कीमतें आपूर्ति में बाधा के चलते 100 रुपया प्रति किग्रा पार नहीं हुई है और ना ही यह मॉनसून के अनियत होने से नहीं हुई. बल्कि जमाखोरी के चलते हुई है और सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. ना सिर्फ दिल्ली में बल्कि देश भर में प्याज की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है.''
Video: उत्तर भारत में फिर बढ़ीं प्याज की कीमतें
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं