दिल्ली गैंगरेप का दोषी नाबालिग (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
निर्भया कांड के सज़ायाफ्ता नाबालिग की रिहाई पर रोक नहीं लगेगी। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली गैंगरेप के नाबालिग दोषी की रिहाई के खिलाफ दायर दिल्ली महिला आयोग की याचिका को आज खारिज कर करते हुए साफ कर दिया कि नाबालिग को रोकने का अधिकार कानून के तहत नहीं हैं। कोर्ट ने इस मामले में कानून में बदलाव न होने पर भी इशारों में टिप्पणी कर कहा कि केंद्र और संसद ने कानून नहीं बनाया... ऐसे में केंद्र सरकार उस नाबालिग को रोकने का समर्थन कैसे कर सकती है। कोर्ट ने कहा कि इस शख्स को कानून के तहत तीन साल की सज़ा के बाद रोकना उसके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होगा?
भारत में कभी कानून नहीं बदलेगा : निर्भया की मां
उच्चतम न्यायालय के इस आदेश के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने नम आंखों से कहा कि 'मुझे पता था यही होगा। भारत में कभी कानून नहीं बदलेगा और महिलाओं को कभी इंसाफ नहीं मिलेगा। कानून में बदलाव के लिए लड़ती रहूंगी। निर्भया केस से सबक न लेना दुर्भाग्य है।'
राज्यसभा ने पूरे देश को धोखा दिया, उनकी वजह से कानून लंबित पड़ा है : स्वाति मालीवाल
इस फैसले के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'मामले की आधा घंटा चली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम आपकी चिंता से पूरी तरह वाकिफ हैं, लेकिन कानून इतना कमजोर है कि हम आपकी मदद नहीं कर सकते। यह देश के लिए काला दिन है। राज्यसभा ने पूरे देश को धोखा दिया, क्योंकि उनकी वजह से यह कानून लंबित पड़ा है। मैं जरूर कहना चाहूंगा महिलाओं की सुरक्षा के लिए अब मोमबत्ती उठाना बहुत हुआ अब मशाल लेकर सड़कों पर उतरना होगा।'
दिल्ली महिला आयोग ने रिहाई पर रोक की पुरजोर कोशिश की
दरअसल, शनिवार देर रात दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और रविवार को भी जुवेनाइल जस्टिस बोर्ट को चिट्टी लिखकर नाबालिग दोषी को नहीं छोड़ने की अपील की थी, जिस पर जस्टिस आदर्श गोयल ने सोमवार को सुनवाई की बात कही थी।
नाबालिग दोषी एनजीओ के पास भेजा गया
उल्लेखनीय है कि इस सजायाफ्ता नाबालिग को दोषी करार दिए जाने के बाद तीन साल के लिए सुधार गृह में भेज दिया गया था और रविवार को उसे रिहा कर एक एनजीओ के पास भेज दिया गया।
गैंगरेप के खिलाफ जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक प्रदर्शन
नाबालिग दोषी की रिहाई के खिलाफ रविवार को दिल्ली में जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन में निर्भया के माता-पिता भी शामिल थे। निर्भया का परिवार नाबालिग दोषी की रिहाई से काफी नाराज है। बीती शाम अंधेरा होने तक भी निर्भया के माता-पिता समेत कई प्रदर्शनकारी इंडिया गेट पर जमा थे, जिन्हें पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद वहां से हटाया। इस दौरान निर्भया की मां को हल्की-फुल्की चोट भी आई, लेकिन उनका कहना है कि इंसाफ के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
भारत में कभी कानून नहीं बदलेगा : निर्भया की मां
उच्चतम न्यायालय के इस आदेश के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने नम आंखों से कहा कि 'मुझे पता था यही होगा। भारत में कभी कानून नहीं बदलेगा और महिलाओं को कभी इंसाफ नहीं मिलेगा। कानून में बदलाव के लिए लड़ती रहूंगी। निर्भया केस से सबक न लेना दुर्भाग्य है।'
राज्यसभा ने पूरे देश को धोखा दिया, उनकी वजह से कानून लंबित पड़ा है : स्वाति मालीवाल
इस फैसले के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'मामले की आधा घंटा चली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम आपकी चिंता से पूरी तरह वाकिफ हैं, लेकिन कानून इतना कमजोर है कि हम आपकी मदद नहीं कर सकते। यह देश के लिए काला दिन है। राज्यसभा ने पूरे देश को धोखा दिया, क्योंकि उनकी वजह से यह कानून लंबित पड़ा है। मैं जरूर कहना चाहूंगा महिलाओं की सुरक्षा के लिए अब मोमबत्ती उठाना बहुत हुआ अब मशाल लेकर सड़कों पर उतरना होगा।'
दिल्ली महिला आयोग ने रिहाई पर रोक की पुरजोर कोशिश की
दरअसल, शनिवार देर रात दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और रविवार को भी जुवेनाइल जस्टिस बोर्ट को चिट्टी लिखकर नाबालिग दोषी को नहीं छोड़ने की अपील की थी, जिस पर जस्टिस आदर्श गोयल ने सोमवार को सुनवाई की बात कही थी।
नाबालिग दोषी एनजीओ के पास भेजा गया
उल्लेखनीय है कि इस सजायाफ्ता नाबालिग को दोषी करार दिए जाने के बाद तीन साल के लिए सुधार गृह में भेज दिया गया था और रविवार को उसे रिहा कर एक एनजीओ के पास भेज दिया गया।
गैंगरेप के खिलाफ जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक प्रदर्शन
नाबालिग दोषी की रिहाई के खिलाफ रविवार को दिल्ली में जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन में निर्भया के माता-पिता भी शामिल थे। निर्भया का परिवार नाबालिग दोषी की रिहाई से काफी नाराज है। बीती शाम अंधेरा होने तक भी निर्भया के माता-पिता समेत कई प्रदर्शनकारी इंडिया गेट पर जमा थे, जिन्हें पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद वहां से हटाया। इस दौरान निर्भया की मां को हल्की-फुल्की चोट भी आई, लेकिन उनका कहना है कि इंसाफ के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
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