विज्ञापन

दिल्ली की वो 5 सीटें जहां AAP को मिलती रही है बड़ी जीत, जानिए क्या है इस बार के समीकरण

दिल्ली की कुछ ऐसी सीटें हैं जहां आम आदमी पार्टी को पिछले चुनावों में शानदार जीत मिलती रही है. इन सीटों को आम आदमी पार्टी के गढ़ के तौर पर देखा जाता है.

दिल्ली की वो 5 सीटें जहां AAP को मिलती रही है बड़ी जीत, जानिए क्या है इस बार के समीकरण
नई दिल्ली:

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Elections 2025) को लेकर सभी दलों की तरफ से तैयारी तेज कर दी गयी है. आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच इस चुनाव में सीधा मुकाबला होना है.  अन्ना आंदोलन के बाद अस्तित्व में आयी आम आदमी पार्टी ने साल 2013 के चुनाव से ही दिल्ली में शानदार प्रदर्शन किया है. दिल्ली की कुछ ऐसी सीटें हैं जहां आम आदमी पार्टी को पिछले चुनावों में शानदार जीत मिलती रही है. इन सीटों को आम आदमी पार्टी के गढ़ के तौर पर देखा जाता है. बुराड़ी, मटिया महल,सीमापुरी,ओखला दिल्ली विधानसभा की ऐसी सीटे हैं जहां आम आदमी पार्टी को बड़ी जीत मिलती रही है. आइए जानते हैं इन सीटों का इस चुनाव में क्या है समीकरण? 

ओखला विधानसभा सीट: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में स्थित ओखला विधानसभा सीट को आम आदमी पार्टी के गढ़ के तौर पर देखा जा सकता है. ओखला विधानसभा सीट का गठन 1993 में हुआ था, जब दिल्ली में विधानसभा चुनावों की पुनर्संरचना की गई थी. तब से, इस सीट पर विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रभाव रहा है, लेकिन पिछले 2 चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने यहां मजबूत पकड़ बनाई है. 

2020 विधानसभा चुनाव में AAP के अमानतुल्लाह खान ने 130,367 वोट (66.03%) प्राप्त करके भाजपा के ब्रह्म सिंह को हराया था. बीजेपी के उम्मीदवार को 58,540 वोट मिले थे. 2015 विधानसभा चुनाव अमानतुल्लाह खान ने कांग्रेस के परवेज हाशमी को हराया थे. जो इस सीट पर लंबे समय से विधायक थे.2013 विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के परवेज हाशमी ने जीत हासिल की थी, लेकिन AAP के उभरने से उनका वोट शेयर कम हुआ था. 

ओखला में इस चुनाव में क्या है समीकरण?
ओखला सीट पर इस चुनाव में एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्लाह खान को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी की तरफ से अभी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं हुआ है. ओखला सीट पर अल्पसंख्यक वोटर्स की बहुलता है. 

बुराड़ी में आप का बजता रहा है डंका
बुराड़ी विधानसभा सीट उत्तरी दिल्ली की सबसे हॉट सीट में से एक मानी जाती है. इस सीट पर 2013 के बाद से आम आदमी पार्टी को शानदार जीत मिलती रही है. आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता संजीव झा इस सीट पर बड़े अंतर से चुनाव जीतते रहे हैं. संजीव झा को आम आदमी पार्टी पूर्वांचली चेहरे के तौर पर भी जाना जाता है. बुराड़ी क्षेत्र में बुराड़ी, कादीपुर, इब्राहिमपुर, मुखमेलपुर, नंगली पूना, झरोड़ा, जगतपुर जैसे गांव शामिल हैं. 2008 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को इस सीट पर जीत मिली थी. वहीं 2013 में आम आदमी पार्टी (AAP) के संजीव झा ने पहली बार जीत दर्ज की. 2015 में संजीव झा ने अपनी जीत दोहराई.  2020 में संजीव झा ने जनता दल (यूनाइटेड) के शैलेंद्र कुमार को हराकर तीसरी बार जीत हासिल की. 

इस चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने संजीव झा को मैदान में उतारा है.  वहीं मंगेश त्यागी को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है. एनडीए की तरफ से उम्मीदवार के नाम की घोषणा अभी नहीं हुई है. संजीव झा ने 2020 के चुनाव में 88,158 मतों से जीत दर्ज की थी. 

सीमापुरी विधानसभा सीट
सीमापुरी विधानसभा सीट साल 2013 से आम आदमी पार्टी के कब्जे में है. इस सीट से पहले धर्मेंद्र सिंह चुनाव जीते थे और उसके बाद 2015 और 2020 में राजेन्द्र पाल को कामयाबी मिली थी. इस सीट पर राजेंद्र पाल को 2020 में 55 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल हुआ था. सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है और इसमें विभिन्न आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र शामिल हैं. 2008 में कांग्रेस के वीर सिंह धींगान ने जीत हासिल की थी. 2020 के चुनाव में, AAP के राजेंद्र पाल गौतम ने 88,392 वोट (65.82%) प्राप्त करके जीत हासिल की थी. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संत लाल को 32,284 वोट (24.04%) मिले थे.

सीमापुरी विधानसभा सीट
सीमापुरी विधानसभा सीट साल 2013 से आम आदमी पार्टी के कब्जे में है. इस सीट से पहले धर्मेंद्र सिंह चुनाव जीते थे और उसके बाद 2015 और 2020 में राजेन्द्र पाल को कामयाबी मिली थी. इस सीट पर राजेंद्र पाल को 2020 में 55 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल हुआ था. सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है और इसमें विभिन्न आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र शामिल हैं. 2008 में कांग्रेस के वीर सिंह धींगान ने जीत हासिल की थी. 2020 के चुनाव में, AAP के राजेंद्र पाल गौतम ने 88,392 वोट (65.82%) प्राप्त करके जीत हासिल की थी. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संत लाल को 32,284 वोट (24.04%) मिले थे.

मटिया महल सीट पर भी आम आदमी पार्टी को मिली थी बड़ी जीत
मटिया महल विधानसभा सीट पुरानी दिल्ली के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले क्षेत्रों में से एक है. यहां की तंग गलियां, पुरानी पाइपलाइनों की समस्याएं और व्यापारिक प्रतिष्ठान इस क्षेत्र की विशेषताएं हैं. मटिया महल विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का वर्चस्व है.  2020 तक हुए चुनावों में शोएब इकबाल का दबदबा रहा है, जिन्होंने विभिन्न दलों के टिकट पर इस सीट से जीत दर्ज की है. 2020 के विधानसभा चुनाव में, आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार शोएब इकबाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रवींद्र गुप्ता को 50,241 वोटों के अंतर से हराया था. मटिया महल से आम आदमी पार्टी ने सोमेश शौकीन को उम्मीदवार बनाया है. 

ये भी पढ़ें-:

पतपड़गंज विधानसभा सीट : सिसोदिया की विरासत क्या संभाल पाएंगे अवध ओझा?

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: