अरुणाचल प्रदेशमें भारत-चीन सेना संघर्ष पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में देंगे बयान

कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं.

अरुणाचल प्रदेशमें भारत-चीन सेना संघर्ष पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में देंगे बयान

अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एलएसी के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई थी.

नई दिल्ली:

भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट झड़प की घटना को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में बयान देंगे. राजनाथ सिंह दोपहर 12 बजे लोकसभा और अपराह्न करीब 12:30 बजे राज्यसभा में इस मामले पर बयान देंगे. इस मुद्दे पर संसद में हंगामा होने के आसार हैं क्योंकि कांग्रेस के कई नेता संसद के दोनों सदनों में इस पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने वाले हैं. बता दें भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई थी. जिसमें ‘‘दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए.'' भारतीय सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी थी.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कल ट्वीट कर लिखा था कि, ‘‘एक बार फिर हमारे सैनिकों को चीन ने उकसाया है. हमारे सैनिकों ने बहादुरी से मुकाबला किया और कुछ जवान घायल भी हुए. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्र के रूप में एक हैं और इसका राजनीतिकरण नहीं करेंगे. लेकिन मोदी सरकार को एलएसी (लाइन ऑफ एक्जुअल कंट्रोल) पर चीन की आक्रामकता और अप्रैल 2020 से हो रहे निर्माण कार्य को लेकर ईमानदार होना चाहिए.'' उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराके देश को भरोसे में लेना चाहिए. हम अपने जवानों की वीरता और बलिदान के ऋणी हैं.''

आज होगी बैठक

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज तीनों सेना प्रमुखों - सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ इस मुद्दे पर बैठक करेंगे. बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) भी शामिल होंगे. विदेश सचिव विनय क्वात्रा और गिरिधर अरमाने भी इसमें मौजूद रहेंगे.