चक्रवाती तूफ़ान फानी धीरे-धीरे ओडिशा की ओर बढ़ रहा है. अगले कुछ घंटों में यह ओडिशा के पुरी तट से टकराएगा. इस वक्त ये तूफ़ान पुरी से 80 किमी और गोपालपुर से 65 किमी दूर है, जब ये तट से टकरायाएगा तब इसकी रफ़्तार 170 से 200 किलोमीटर/घंटा हो सकती है. तेज़ हवाओं के साथ हल्की बारिश हो रही है. गंभीर नुक़सान की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन की टीमें हाई अलर्ट पर हैं. नेवी की टीम भी ओडिशा पहुंच गई है. क़रीब 10 लाख लोगों को तटीय इलाक़ों से हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है. हालात को देखते हुए रात 1 बजे से भुवनेश्वर एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है. 100 से ज़्यादा ट्रेनें रद्द हैं. राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज और दफ़्तरों को बंद रखा गया है, लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है. ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी फ़ोनी तूफ़ान की वजह से अलर्ट है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में भी इसका पड़ने की आशंका है. किसानों की सलाह दी गई है कि वह अपनी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें 3 मई को 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार से हवा और बारिश हो सकती है.
6 बातों का जरूर रखें ध्यान
जहां तक हो सके घर से बाहर निकलें. घर में सभी जरूरी सामान टॉर्च, रस्सी, जरूरी दवाइयां और पीने का पानी अपने साथ रखें.
खाने-पीने की जरूरी चीजों को एक जगह सुरक्षित रख लें क्योंकि हो सकता है तूफान के बाद कुछ घंटों तक आवाजाही बंद रहे.
अगर घर से बाहर हैं तो मौसम खराब होने पर किसी पक्के मकान में शरण लें और जब तक मौसम पूरी तरह से ठीक न हो जाए न निकलें.
मौसम खराब होने पर पेड़, बिजली के खंबे के पास बिलकुल न खड़े हों.
अगर आप कार ड्राइव कर रहे हैं तो कोशिश करें किसी सुरक्षित स्थान में जाएं. पुल पर बिलकुल न रुकें और कार के सभी शीशे खोल दें.
घर में बिजली के सभी उपकरण स्विच ऑफ कर दें और आग बिलकुल न जलाएं.