कुछ ही घंटों में गुजरात के तट से टकराएगा बिपरजॉय
Cyclone Biparjoy News: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कुछ ही घंटों में गुजरात के तट से टकराएगा. करीब एक लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर ले जाए गए हैं. 450 से अधिक गांवों में अलर्ट है. गुजरात के 7 जिलों में रेड अलर्ट है. मौसम विभाग के मुताबिक- तूफान बिपरजॉय का लैंडफॉल शाम को 6:00 बजे शुरू होगा और मध्य रात्रि तक चलेगा.
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बिपरजॉय के अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ एक ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस)' के रूप में जखौ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है. मौसम विभाग के डीजी एम महापात्रा ने कहा है कि चक्रवाती तूफान शाम 6:00 बजे से मध्य रात्रि के बीच तट से टकराएगा.
- चक्रवात बिपरजॉय गुजरात तट (Cyclone Biparjoy) से 200 किलोमीटर से भी कम दूरी पर है.अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात के बृहस्पतिवार शाम तक गुजरात तट से टकराने और क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों से 1 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया है. प्रशासन ने कच्छ जिले में समुद्र तट से शून्य से 10 किलोमीटर के बीच स्थित लगभग 120 गांवों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया है. कच्छ में सीमा से सटे बाड़मेर के गांवों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी है.
- NDRF DG अतुल करवाल ने एनडीटीवी को बताया कि सबसे ज्यादा असर गुजरात पर होगा. हमारा सबसे ज्यादा फोकस गुजरात पर है. हमने गुजरात में 18 NDRF की टीमें तैनात की हैं. दमन एवं दीव, महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान में भी हमने NDRF की टीम तैनात की है. Aquatic disaster से निपटने के लिए एनडीआरएफ के जवानों के पास विशेष इक्विपमेंट्स हैं, जैसे बोट्स, जीवन रक्षक उपकरण आदि. एक कैटेगरी होती है गिरे हुए पेड़ों, बिजली के पोल को फिर से रिस्टोर करने की, जिससे कि जिंदगी जल्दी सामान्य हो सके, जब आप गिरे हुए पेड़ों को हटाकर और बिजली के पोल को रिस्टोर करके जिंदगी को सामान्य की तरफ ले जाने में मदद करें. कई बार बिल्डिंग गिर जाती हैं और फंसे हुए लोगों को जल्दी से जल्दी निकालना बेहद महत्वपूर्ण होता है . इसके लिए NDRF की विशेष टीमें तैनात की गई हैं.
- भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक- अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान "बिपरजॉय" पूर्वोत्तर अरब सागर पर पिछले 6 घंटों के दौरान प्रायः उत्तरपूर्व दिशा में 8 किमी प्रति घंटे की गति करते हुए 15 जून 2023 को भारतीय समयानुसार 11.30 बजे जखाऊ बंदरगाह से 140 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम, देवभूमि द्वारका से 190 किमी पश्चिम उत्तरपश्चिम, नलिया से 170 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम, पोरबंदर से 280 किमी पश्चिम-उत्तरपश्चिम और कराची (पाकिस्तान) से 230 किमी दक्षिण में स्थित था.
- इसके उत्तरपूर्व दिशा में बढ़ने और 15 जून, 2023 की रात्रि तक एक अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान के रूप में 140 किमी प्रति घंटे के वायु झोकों एवं 115-125 किमी प्रति घंटे की निरन्तर धरातलीय पवनगति के साथ सौराष्ट्र-कच्छ और उससे लगे पाकिस्तान के तटों को माण्डवी (गुजरात) एवं कराची (पाकिस्तान) के मध्य जखाऊ बंदरगाह के पास पार करने की संभावना है. तट को पार करने की (LANDFALL) प्रक्रिया आज 15 जून की शाम से शुरू होगी और मध्यरात्रि तक जारी रहेगी.
- गुजरात सरकार ने बताया कि अब तक आठ तटीय जिलों-कच्छ, जामनगर, मोरबी, राजकोट, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर और गिर सोमनाथ में 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रय शिविरों में ले जाया गया है.सरकार के मुताबिक, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की 15 टीम, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की 12 टीम, राज्य सड़क एवं भवन विभाग की 115 टीम और राज्य बिजली विभाग की 397 टीम विभिन्न तटीय जिलों में तैनात की गई हैं.
- राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के अलावा सेना, वायुसेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने कमर कस ली है. सेना ने भुज, जामनगर, गांधीधाम के साथ-साथ नलिया, द्वारका और मांडवी में अग्रिम स्थानों पर 27 राहत टुकड़ियां तैनात की हैं. वायुसेना ने वड़ोदरा, अहमदाबाद और दिल्ली में एक-एक हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है. नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और बकासुर में 10-15 टीमों को तैनात किया है, जिनमें से प्रत्येक में पांच गोताखोर और अच्छे तैराक शामिल हैं.
- इस बीच, देवभूमि द्वारका के प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ के सोमनाथ मंदिर को बृहस्पतिवार को दर्शनार्थियों के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है।
- आईएमडी ने कहा कि चक्रवात की दस्तक के दौरान समुद्र में खगोलीय ज्वार से लगभग दो-तीन मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठने के कारण प्रभावित जिलों के निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना है. विभाग के अनुसार, कुछ जगहों पर तीन से छह मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. बिपरजॉय मई 2021 में ‘तौकते' के बाद गुजरात में आने वाला दूसरा चक्रवाती तूफान है.
- पश्चिम रेलवे ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियात के तौर पर 76 ट्रेन को रद्द कर दिया गया है, जबकि 36 को बीच रास्ते में समाप्त कर दिया गया है और 31 को चुनिंदा स्टेशन पर संचालित करने का फैसला लिया गया है. (इनपुट्स भाषा से भी)