दिल्ली के गांवों में सौ फीसदी वैक्सीन कराने के लिए प्रशासन ने बड़ा अभियान छेड़ रखा है. बाहरी दिल्ली के 14 गांवों में 100 फीसदी वैक्सीनेशन करने के लिए अनोखी प्रतियोगिता भी चल रही है. बाहरी दिल्ली के पंजाब ख़ोड़ गांव में ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाएं इसके लिए नुक्कड़ नाटक किया जा रहा है. गांव के सबसे बुजुर्ग सतबीर सिंह ने लोगों को वैक्सीन लेने के बारे में समझाया. उन्होंने कहा, "भई मेरी उम्र 80 साल है. मैंने वैक्सीन लगवाई और मुझे कुछ नहीं हुआ. आप लोग क्यों घबरा रहे हो?"
इस तरह की काउंसलिंग करने के बाद गांव में वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को शपथ भी दिलाई जा रही है. शपथ लेते हुए लोग कह रहे हैं, "मैं खुद और अपने गांव के दूसरे भाइयों को वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पर लेकर आऊंगा ताकि हमारा गांव कोरोना मुक्त गांव बन सके."
वैक्सीनेशन के सामने सबसे बड़ी चुनौती अफवाह है. इसे दूर करने के लिए जिला प्रशासन की टीमें अब गांव में घर-घर जा रही हैं. NDTV की टीम भी एक ऐसी टीम के साथ चल पड़ी. ये गांव के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए राजी कर रही हैं. लेकिन जितने लोग उतनी ही तरह की अफवाहें गांवों में पसरी हैं. इसी बीच पीले सलवार सूट में मास्क लगाए एक बुजुर्ग महिला ने कहा, "भई मैंने न लगवाई वैक्सीन. सुन रहे हैं लोग मर जाते हैं, बुखार आता है." उस महिला को एक शख्स जवाब देता है. लाल शर्ट पहने शख्स ने कहा, "ताई मैं दूध बेचता हूं. मुझे तो आप जानती हो. मैंने वैक्सीन लगवा रखी है, जिंदा आपके साथ खड़ा हूं."
अब प्रशासन ये भी सर्वे कर रहा है कि कंझावला तहसील के 14 गांवों में कितने फीसदी लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं. प्रशासन का इन गांवों में स्थानीय लोगों की मदद से एक महीने के भीतर सौ फीसदी वैक्सीन लगाने का इरादा है. कंझावला की एसडीएम सौम्या शर्मा ने कहा, "हम लोग इन गांवों के बीच वैक्सीन को लेकर एक प्रतियोगिता करवा रहे हैं. महीने भर बाद जो गांव पहले स्थान पर आएगा उसको सम्मानित किया जाएगा. गांव के बाहर बोर्ड लगवाया जाएगा."
प्रशासन ने अपनी इस मुहिम में गांव के बड़े-बुजुर्गों को शामिल किया है. इसके चलते अब गांवों में वैक्सीन लगाने वाले सेंटर पर लोगों की संख्या भी बढ़ रही है.
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