कोरोना वायरस के कंटेनमेंट जोन में दिल्ली और मुंबई में एनफ्लुएंजा जैसी बीमारी (Influenza like illness यानी ILI) का हर तीसरा मरीज़ पॉजिटिव है. इसी तरह SARI यानी Severe acute respiratory illness में मुंबई का हर चौथा और दिल्ली में हर पांचवां मरीज कोरोना पॉजिटिव है.गौरतलब है कि कोरोना टेस्ट किनका होना है इसको लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) का 9 प्वाइंट का टेस्टिंग प्रोटोकॉल है.इसके 7 पॉइंट्स ऐसे हैं जिसमें ILI (Influenza like illness) या SARI (Severe acute respiratory illness) के मरीजों का ज़िक्र है.दरअसल ILI (Influenza like illness) का मतलब है-सांस में तकलीफ़, खांसी और 100.4 डिग्री या इससे ज़्यादा बुखार जबकि SARI (Severe acute respiratory illness) का मतलब है-सांस में तकलीफ़, खांसी और 100.4 डिग्री या इससे ज़्यादा बुखार और अस्पताल में एडमिट करने की नौबत.
SARI और ILI के मरीजों का करोना टेस्ट 22 जनवरी से शुरू हुआ.अब तक देशभर में अब तक SARI के 1,69,200 मरीजों का करोना टेस्ट किया गया, इसमें 22806 पॉजिटिव (13.47%) रहे, दूसरी ओर ILI के 4,09,672 मरीजों का करोना टेस्ट हुआ जिसमें 40871 पॉजिटिव (9.97%) रहे. इसी क्रम में महाराष्ट्र में ILI के 49503 मरीजों का COVID टेस्ट हुआ, इमसें 16966 पॉजिटिव (34.27%) रहे. यहां SARI के 35448 मरीजों का COVID टेस्ट हुआ और इसमें 9715 पॉजिटिव (27.40%) रहे.दिल्ली में ILI के 14067 मरीजों का कोरोना टेस्ट हुआ, इसमें 5713 पॉजिटिव (40.61%) रहे, यहां SARI के 13038 मरीजों का टेस्ट हुआ, जिसमें 2648 (20.30%) पॉजिटिव रहे. गुजरात में ILI के 30636 मरीजों का करोना टेस्ट हुआ, इसमें 5391 पॉजिटिव (17.59%)रहे, यहां SARI के 20524 मरीजों का टेस्ट हुआ जिसमें पॉजिटिव केस 4746 (23.12%) रहे.
इसी तरह SARI के मरीजों में कोरोना पॉजिटिव होने का प्रतिशत पश्चिम बंगाल में 10.43, मध्य प्रदेश में 7.73, आंध्र प्रदेश में 3.78, और कर्नाटक में 2.37% है. ILI के मरीजों में करोना पॉजिटिव होने का प्रतिशत तमिलनाडु में 15.30, जम्मू कश्मीर में 10.67, पश्चिम बंगाल में 4.92 और पुडुचेरी में 3.34 है.ICMR का कहना है कि अधिकांश ILI और SARI के सैंपल कंटेनमेंट जोन से ही लिए गए हैं और यह प्रक्रिया जारी है.
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