Coronavirus Pandemic: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के चिरायु अस्पताल में सोमवार को 108 कोरोना संक्रमितों को डिस्चार्ज किया गया. अस्पताल की ओर से दावा किया गया है कि वह अबतक 1020 पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करने वाला देश का पहला अस्पताल बन गया है. मोहम्मद सलीम भोपाल के जहांगीराबाद में रहते हैं, उनकी हालात बहुत खराब थी उन्होंने बताया जब मुझे लाया गया तो ऑक्सीजन लगा था. मैं ICU में 15 दिन रहा, फिर वेंटिलेटर पर रहा लेकिन डॉक्टरों ने जो इलाज किया उसको सलाम करता हूं. सलीम जैसे 108 मरीज़ अपने हौसले और इलाज से कोरोना वायरस को हराकर भोपाल के चिरायु अस्पताल से घर जा रहे हैं. बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा भूमिका ने बताया कि मुझे बुखार था, सिरदर्द था यहां मैं 12 दिन रही. वहीं हैदराबाद से भोपाल आए मोहम्मद आमिर भी अस्पताल में 12 दिन ही भर्ती रहे.
अस्पताल का दावा है कि ऑक्सीजन थैरेपी से वहां भर्ती होने वाले मरीजों में रिकवरी रेट बहुत अच्छी है. अस्पताल के निदेशक डॉ अजय गोयनका ने कहा, 'हमें बस ये बताना है कि कोरोना से डरना नहीं है.' वहीं मेडिसिन डिपार्टमेंट से जुड़े डॉ ज्ञान ने ऑक्सीजन थैरेपी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि माइल्ड केस में हम 3-5 लीटर/मिनट ऑक्सीजन देते हैं, फिर मॉडरेट को 11-12 लीटर देते हैं, सिवियर को नेजल कैनुला से 30-60 लीटर/मिनट ऑक्सीजन देते हैं जिसका असर बहुत अच्छा आ रहा है. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों में रिकवरी रेट लगभग 55 फीसदी पहुंच गया है, पिछले कुछ दिनों में संक्रमितों से ज्यादा आंकड़ा ठीक होने वालों का रहा है.
अस्पताल का दावा, 1020 कोराना पेशेंट को स्वस्थ करना वाला यह देश का पहला अस्पताल है
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इस समय कोरोना के केसों की संख्या 8 हजार के आसपास है, राज्य में अब तक कोरोना से 350 लोगों की मौत हुई है. 4892 के आसपास मरीज कोरोना से उबरने के बाद स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 2897 है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं