Coronavirus Outbreak: बिहार सरकार (Bihar government) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा है कि गया को आखिर रेड जोन की श्रेणी में क्यों रखा गया है जबकि यहां कोविड-19 (COVID-19) का केवल एक सक्रिय मामला है. राज्य के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) संजय कुमार ने बुधवार को यह बात कही. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, बिहार में 536 कोरोना वायरस के 536 मामले हैं, जिनमें चार लोगों की अब तक मौत हुई है. 142 लोग इलाज के बाद घर पहुंच गए हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी के चलते देश में तीन जोन-रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन बनाए गए है हालांकि बिहार ने केवल दो जोन रेड और ऑरेंज ही रखने का निर्णय लिया है.यहां 38 जिलों को रेड व ऑरेंज जोन में ही बांटा गया है. मतलब प्रदेश में सिर्फ 2 जोन ही होंगे, रेड जोन और ऑरेंज जोन. लॉकडाउन के दौरान ग्रीन जोन में लोगों को अधिकतम छूट दी गई है जबकि ऑरेज जोन में ग्रीन जोन से कम छूट हैं. रेड जोन में अधिकतम प्रतिबंध हैं. यह वह क्षेत्र है जो कोरोना वायरस के संक्रमण से ज्यादा प्रभावित है और यहां एक्टिव केसों की संख्या अधिक है.
देश में जारी लॉकडाउन (COVID-19 Lockdown) के बावजूद संक्रमितों का आंकड़ा 52 हजार पार कर गया है. बीते 24 घंटे में कोरोना के सबसे ज्यादा 3900 मामले दर्ज किए गए हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में तीसरे चरण का लॉकडाउन लगाया गया, जो कि 17 मई तक रहेगा. इस बीच केंद्र सरकार की तरफ से कुछ रियायतें भी दी गई हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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