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Delhi Anand Vihar Bus Station: दुनिया के साथ-साथ भारत में भी कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है. 180 से ज्यादा देशों में फैल चुका यह वायरस अब तक 28,000 से ज्यादा जानें ले चुका है. दुनियाभर में करीब पांच लाख लोग इससे संक्रमित हैं. भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 979 हो गई है. देश में अभी तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 87 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं. देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ रहे हैं. दूसरी ओर दिहाड़ी मजदूरों व कामगारों के सामने रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है. काम व पैसा न होने की वजह से बेबस लोग अपने-अपने गांवों की ओर पलायन कर रहे हैं. आज (रविवार) सुबह भी दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे (Delhi Anand Vihar Bus Station) व उसके आसपास इलाके में काफी संख्या में लोग बसों की राह में खड़े रहे.
कोरोना वायरस (Coronavirus Lockdown) लॉकडाउन से जुड़ी 10 बड़ी बातें
दिल्ली के आनंद विहार व आसपास के इलाकों में रातभर उत्तर प्रदेश और बिहार की तरफ जाने वाले लोगों की भीड़ जमी रही. यूपी ट्रांसपोर्ट और डीटीसी बसों के जरिए लोगों को अलग-अलग जगह पहुंचाया गया.
सुबह होते-होते लॉकडाउन के बावजूद लोगों की भीड़ फिर यहां इकट्ठा हो गई. दिल्ली ने 570 बसें चलाई थी. उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है, 'ध्यान रहे दिल्ली से कोई अपने घर या गांव नहीं पहुंचेगा बल्कि उसको 14 दिन सरकारी कैंप में रहना होगा.'
यूपी सरकार ने दिल्ली-एनसीआर पैदल आ रहे लोगों के लिए 200 बसों का इंतजाम किया है. बताया गया कि नोएडा-गाजियाबाद से हर दो घंटों में यह बसें चलाई जाएंगी. आनंद विहार ही नहीं बल्कि दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर भी हजारों की संख्या में मजदूर पहुंच रहे हैं. शनिवार को यूपी पुलिस ने इन्हें रोक लिया था.
बॉर्डर पर जिला प्रशासन की ओर से मजदूरों के लिए बसों और खाने-पीने का इंतजाम किया गया. गौरतलब है कि 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद पूरे देश में दिहाड़ी मजदूर, कामगारों और छोटी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
साधन न होने की वजह से हजारों की संख्या में लोग अपने घरों की ओर पैदल जा रहे हैं. इन लोगों को 1000 या 500 किलोमीटर की दूरी भी कम लग रही है. कई लोगों का कहना है कि काम न होने की वजह से पैसे नहीं हैं और खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा है. वहीं बीमारी के बारे में कहना है कि जो भी होगा घर परिवार के साथ झेल लिया जाएगा.
कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के मद्देनजर केंद्र सरकार ने वेंटिलेटर की खरीदारी समेत स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे में सुधार के प्रयास तेज कर दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 'प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपात स्थिति राहत कोष' नामक ट्रस्ट बनाने की घोषणा की है.
पीएम मोदी ही इस ट्रस्ट के अध्यक्ष होंगे. जनता कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद एवं योगदान दे सकती है. केंद्र ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वह 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण प्रभावित प्रवासी मजदूरों को खाना और रहने की जगह मुहैया कराने के लिए राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसके लिए अगले वित्त वर्ष में 29,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
देश में कोरोना वायरस का पहला मामला केरल से सामने आया था. चीन के वुहान शहर में पढ़ रही भारतीय छात्रा वहां से देश लौटी थी. वह संक्रमित थी, हालांकि इलाज के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है. बीते शनिवार केरल में एक बुजुर्ग की मौत हो गई. वह कोरोना से संक्रमित थे. वायरस से संक्रमित मौत का केरल में यह पहला मामला था.
उत्तर प्रदेश के मेरठ में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं. हाल ही में महाराष्ट्र के अमरावती से लौटे एक शख्स को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस व्यक्ति के परिवार के चार अन्य लोगों के कोरोना वायरस टेस्ट भी पॉजिटिव आए हैं.
वाराणसी जनपद में एक और व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसी के साथ वाराणसी में संक्रमितों की संख्या दो हो गई है. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एक बयान जारी कर बताया कि व्यक्ति (30) संयुक्त अरब अमीरात में एक कॉल सेंटर में नौकरी करता था और 20 मार्च को शारजहां से वाराणसी आया था.