- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन के सम्मान में आयोजित राजकीय भोज में भाग लिया.
- थरूर ने कहा कि सरकार के साथ सहयोग करने का मतलब अपने विश्वासों या सिद्धांतों से समझौता करना नहीं है.
- उन्होंने बताया कि अलग-अलग दलों के नेता मिलकर काम करना अच्छे लोकतंत्र की पहचान है और आवश्यक भी है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में आज आयोजित राजकीय भोज में कांग्रेस सांसद शशि थरूर शामिल हुए. राजकीय भोज के बाद राष्ट्रपति भवन में ही NDTV के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने उनसे खास बात की. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि सरकार के साथ सहयोग करने का मतलब यह नहीं है कि वह अपने विश्वासों या सिद्धांतों से समझौता कर रहे हैं.
'मिलकर काम करना अच्छे लोकतंत्र की निशानी'
उन्होंने कहा, 'अलग-अलग दलों के नेताओं का एक मंच पर आना लोकतंत्र का हिस्सा है. सरकार और विपक्ष का मिल-जुलकर काम करना अच्छे लोकतंत्र की निशानी है. हम कुछ मुद्दों पर असहमत होते हैं, कुछ पर सहमत होते हैं, और जहां सहमति होती है, वहां मिलकर काम करना चाहिए.'
NDTV के CEO और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल से एक्सक्लूसिव बातचीत में थरूर ने स्पष्ट किया कि उनका कांग्रेस छोड़ने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि एक सांसद के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र की बेहतरी के लिए सरकार के साथ सहयोग करना जरूरी है और इसका राष्ट्रपति भवन में आयोजित रात्रिभोज से कोई संबंध नहीं है.
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'अपने वोटर्स के लिए काम कर रहा'
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, 'वर्तमान सरकार के साथ सहयोग करने से आप अपने विश्वासों को नहीं छोड़ते, बल्कि साझा आधार तलाशते हैं. यही लोकतंत्र है.' कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि वह अपने मतदाताओं के लिए काम करने में पूरी तरह जुटे हैं.
एक नेता होने का मतलब बताया
विदेश मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा कि मतदाताओं के लिए उनका काम है और वे उनके प्रति अपने दायित्वों को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. थरूर ने कहा, 'आज भी, रात के खाने पर बैठने से पहले हुई कुछ बातचीत में, मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुछ कामों को अपनी सरकार के कुछ अधिकारियों के साथ करने की कोशिश कर रहा था. तो अपने लोगों, अपने मतदाताओं, अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए काम करने का यही तरीका है. यही राजनीतिक जिम्मेदारी है.'
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