- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा और आरएसएस की संगठन शक्ति की खुले तौर पर प्रशंसा की है
- दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस में विकेंद्रीकरण और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया है
- भाजपा नेताओं ने दिग्विजय सिंह के बयान को कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ आंतरिक असहमतियों का नतीजा बताया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी कार्य समिति (CWC) की बैठक से पहले शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेक संघ (RSS) की 'संगठन शक्ति' की तारीफ कर अपने दल के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी. हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वह आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों के धुर विरोधी हैं, और उन्होंने सिर्फ संगठन की तारीफ की है. लेकिन बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के इस बयान को लपक लिया और कांग्रेस व राहुल गांधी को आइना दिखाया.
राहुल गांधी की विदेश यात्राओं की निष्पक्षता पर सवाल- सुधांशु त्रिवेदी
दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "यह कांग्रेस पार्टी का आंतरिक मामला है. इसमें कुछ खास महत्वपूर्ण नहीं है. दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की समझ पर सवाल उठाया है. अपनी किताब 'द प्रॉमिस्ड लैंड' के चैप्टर 24 में बराक ओबामा ने भी लिखा है कि राहुल गांधी एक ऐसे छात्र की तरह हैं जो अपने शिक्षक को इंप्रेस करने की उत्सुकता में कई हाव-भाव दिखाता है, लेकिन उसमें वास्तविक ज्ञान और गंभीरता की कमी होती है. जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति किसी के बारे में कोई राय बनाता है, तो वह बहुत लंबे समय तक अमेरिका के आर्काइव में दर्ज रहती है. उसके बाद, राहुल गांधी को अमेरिका के प्रमुख विश्वविद्यालयों द्वारा आमंत्रित किया जाता है. क्या यह आश्चर्यजनक नहीं लगता? यह राहुल गांधी की सभी विदेश यात्राओं की निष्पक्षता और तटस्थता पर सवाल उठाता है."
#WATCH | Delhi: On Congress MP Digvijay Singh's recent tweet, BJP MP Sudhanshu Trivedi says, "This is an internal matter of the Congress party. There's nothing very important about it... Digvijay Singh didn't question Rahul Gandhi's understanding. In his book "The Promised Land,"… pic.twitter.com/88NAFwOexu
— ANI (@ANI) December 27, 2025
वहीं भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर कहा, "...अब पार्टी और परिवार के लोग भी राहुल गांधी के खिलाफ अविश्वास जाहिर कर रहे हैं. शशि थरूर ने विषय के स्तर पर अपने आप को अलग किया, इमरान मसूद ने कहा 'प्रियंका लाओ राहुल हटाओ' और अब दिग्विजय सिंह का बयान... संगठन कमजोर हुआ है उसके बारे में बताया, संगठन में लोकतंत्र नहीं है, ये केंद्रित है ये बताया. प्रियंका कैंप जिस प्रकार से राहुल कैंप पर हमले कर रहा है, यह भी उसी दिशा में अन्य हमला है. मुझे लगता है कि राहुल गांधी को कोई गंभीरता से नहीं लेता है, क्योंकि वे सच का सामना नहीं करना चाहते हैं."
#WATCH | दिल्ली: भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर कहा, "...अब पार्टी और परिवार के लोग भी उनके(राहुल गांधी) खिलाफ अविश्वास जाहिर कर रहे हैं। शशि थरूर ने विषय के स्तर पर अपने आप को अलग किया, इमरान मसूद ने कहा 'प्रियंका लाओ राहुल हटाओ' और अब… pic.twitter.com/N8FULT9mO2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 27, 2025
साथ ही भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा, "दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आज 'परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी' बन चुकी है जहां पर वही व्यक्ति सारे निर्णय ले सकता है जो उस परिवार में जन्म ले रहा है. अन्य कोई व्यक्ति कांग्रेस पार्टी में आगे नहीं बढ़ सकता है. कोई व्यक्ति केवल इसलिए जनप्रतिनिधि नहीं बन सकता कि उसके दादाजी या नानाजी कई पदों पर रहे. दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि कांग्रेस के सारे निर्णय गांधी परिवार के लोग लेते हैं. मैंने भी कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देते हुए यही बात कही थी."
#WATCH | दिल्ली: भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर कहा, "दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आज 'परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी' बन चुकी है जहां पर वही व्यक्ति सारे निर्णय ले सकता है जो उस परिवार में जन्म ले रहा है... अन्य कोई व्यक्ति… pic.twitter.com/f4VupQl5cx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 27, 2025
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में की विक्रेंद्रीकरण की पैरवी
सूत्रों के अनुसार, दिग्विजय सिंह ने कार्य समिति की बैठक के दौरान भी पार्टी संगठन में विक्रेंद्रीकरण की पैरवी की है. कार्य समिति की बैठक शुरू होने से पहले दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स' पर एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगे की तरफ नीचे बैठे हुए हैं और उनके पीछे भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं.

विवाद खड़ा होने पर सिंह ने कहा, "मैंने संगठन की तारीफ की है. मैं RSS का और पीएम मोदी की नीतियों का घोर विरोधी था, हूं और रहूंगा. जो मुझे कहना था मैंने CWC बैठक में कह दिया. संगठन को मजबूत करना या उसकी तारीफ करना क्या बुरी बात है?"
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर आप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर मेरे कार्यकाल को देखेंगे तो पाएंगे कि मैंने विकेंद्रीकृत तरीके से काम किया. यह मेरा विचार है.''
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