पुलवामा आतंकवादी हमले के ठीक एक महीने बाद भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच बैठक हुई. यह बैठक भारतीय सीमा के अंतर्गत अटारी के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) पर आयोजित हुई. इस बैठक में भारत की तरफ से गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय उच्च प्राधिकरण व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भारत का प्रतिनिधित्व शामिव हुए तो वहीं पाकिस्तान की तरफ से विदेश कार्यालय के दक्षिण एशिया महानिदेशक मोहम्मद फैसल की अगुवाई में 18 सदस्यीय दलों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में करतारपुर गलियारे पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच रचनात्मक वार्ता हुई, दोनों देशों ने करतारपुर गलियारा शीघ्र चालू करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई.
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बैठक के बाद करतारपुर में आयोजित भारत पाकिस्तान मीटिंग में शामिल हुए गृह मंत्रालय के सचिव एससीएल दास ने कहा कि हमने प्रतिदिन कम से कम 5 हजार तीर्थयात्रियों की यात्रा की व्यवस्था करने की जरूरत पर जोर दिया. जिसमें न सिर्फ भारतीय शामिल होंगे बल्कि भारतीय मूल के वो लोग भी शामिल हैं जो अन्य देशों में रहते हैं. अगली बैठक 2 अप्रैल को होगी.
SCL Das, Joint Secy, MHA on India-Pakistan meeting on Kartarpur: Our side pressed on the need for arranging the visit of at least 5000 pilgrims per day to begin with, in the phase 1 of the project. This should include not only Indian nationals but people of Indian origin as well. pic.twitter.com/CoGUdXwdH1
— ANI (@ANI) March 14, 2019
गौरतलब है कि भारत द्वारा पाकिस्तान में घुस कर जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर हवाई हमले करने और उसके बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद दोनों मुल्कों के मध्य बढ़े तनाव के बीच यह बैठक आयोजित की गई.
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