नई दिल्ली:
कांग्रेस सासंद अश्विनी कुमार ने शनिवार को कहा कि ललित मोदी विवाद और व्यापमं घोटाले में जिन मंत्रियों के नाम आए हैं, वे जबतक इस्तीफा नहीं दे देते तब तक कांग्रेस संसद नहीं चलने देगी क्योंकि सरकार का विरोध करना, बेनकाब करना और उसे अपदस्थ करना विपक्ष का अधिकार है।
कुमार ने कहा, ‘‘हमने अपनी रणनीति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है। जब तक मंत्री इस्तीफा नहीं देते, संसद नहीं चलेगी। संसद चलाना सत्तारूढ़ दल की जिम्मेदारी है न कि विपक्ष की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार का विरोध करना, उसे बेनकाब करना और अपदस्थ करना विपक्ष का अधिकार एवं जिम्मेदारी है।’’
मॉनसून सत्र के पहले सप्ताह में संसद कोई कामकाज नहीं कर पाई और दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। विपक्ष और सत्तारूढ़ दल ललित मोदी विवाद और व्यापमं घोटाले जैसे मुद्दों को लेकर उलझे हुए हैं।
कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष विवादास्पद पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को कथित मदद पहुंचाने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा व्यापमं प्रवेश एवं भर्ती घोटाले को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे पर अड़ा हुआ है।
कुमार ने कहा, ‘‘हमने कहा है कि जो भी मापदंड आपने हमारे लिए रखा था, उसका खुद भी पालन कीजिए। हमारे समय में, कोई आरोप नहीं था और कोई सबूत नहीं था। यहां स्वीकोरोक्ति है। दोनों मंत्रियों ने स्वीकार किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में किसी चर्चा का प्रश्न कहां हैं। यह हमारा राजनीतिक रूख है और अबतक यह रुख बना हुआ है।’’
कुमार ने कहा, ‘‘हमने अपनी रणनीति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है। जब तक मंत्री इस्तीफा नहीं देते, संसद नहीं चलेगी। संसद चलाना सत्तारूढ़ दल की जिम्मेदारी है न कि विपक्ष की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार का विरोध करना, उसे बेनकाब करना और अपदस्थ करना विपक्ष का अधिकार एवं जिम्मेदारी है।’’
मॉनसून सत्र के पहले सप्ताह में संसद कोई कामकाज नहीं कर पाई और दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। विपक्ष और सत्तारूढ़ दल ललित मोदी विवाद और व्यापमं घोटाले जैसे मुद्दों को लेकर उलझे हुए हैं।
कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष विवादास्पद पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को कथित मदद पहुंचाने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा व्यापमं प्रवेश एवं भर्ती घोटाले को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे पर अड़ा हुआ है।
कुमार ने कहा, ‘‘हमने कहा है कि जो भी मापदंड आपने हमारे लिए रखा था, उसका खुद भी पालन कीजिए। हमारे समय में, कोई आरोप नहीं था और कोई सबूत नहीं था। यहां स्वीकोरोक्ति है। दोनों मंत्रियों ने स्वीकार किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में किसी चर्चा का प्रश्न कहां हैं। यह हमारा राजनीतिक रूख है और अबतक यह रुख बना हुआ है।’’
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