अमेठी और रायबरेली सीट पर सस्पेंस खत्म.
नई दिल्ली:
कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी (Amethi Raebareli) के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. ऐसे में प्रियंका गांधी के रायबरेली से लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) लड़ने के कयासों पर विराम लग गया है. गांधी परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीटों का प्रतिनिधित्व किया है.
- राहुल गांधी आज रायबरेली से और केएल शर्मा अमेठी से आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे. 20 मई को पांचवें चरण के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है.
- रायबरेली से उम्मीदवार घोषित होते ही राहुल गांधी अपना नामांकन दाखिल करने के लिए निकल चुके हैं. उनके साथ मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम सीनियर नेता भी मौजूद हैं.
- उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीटों अमेठी और रायबरेली पर लंबे समय से जारी सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया. कांग्रेस ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है.
- कांग्रेस ने लंबे मंथन के बाद आधी रात को ये फैसला लिया कि अमेठी और रायबरेली से किसे चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. हालांकि अब दोनों सीटों के उम्मीदवारों को लेकर आधिकारिक ऐलान हो चुका है.
- कांग्रेस ने राहुल गांधी को रायबरेली से चुनावी रण में उतारा है, तो वहीं अमेठी में पार्टी ने केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. रायबरेली सीट हालही में सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद खाली हुई थी.
- देश में दो चरण के लोकसभा चुनाव हो चुके हैं और अब तीसरे फेज की वोटिंग होनी है. लेकिन अब तक कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली पर अपने पत्ते नहीं खोले थे. लेकिन नामांकन के आखिरी दिन उम्मीदवारों के नामों का ऐलान हो गया है.
- रायबरेली में राहुल गांधी का मुकाबला बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह से होगा. तो वहीं अमेठी में बीजेपी की दिग्गज नेता स्मृति ईरानी एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं.पहले कयास लगाए जा रहे थे कि रायबरेली सीट से कांग्रेस प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बना सकती है, लेकिन राहुल गांधी के नाम के ऐलान के बाद यह साफ हो गया कि प्रियंका इस बार भी चुनाव नहीं लड़ेंगी.
- रायबरेली कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है, तो वहीं अमेठी भी कांग्रेस का गढ़ रहा है. लेकिन पिछले चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को इस सीट पर करारी शिकस्त दी थी.
- रायबरेली सीट पर राहुल गांधी के विरोधी सीनियर बीजेपी नेता दिनेश प्रताप सिंह अपनी सीट बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में एनडीटीवी के साथ एक खास इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को पता है कि वह यह सीट हारने वाले हैं. अगर उन्हें अपनी जीत का इतना भरोसा होता, तो उन्होंने अब तक वह उम्मीदवार का ऐलान कर चुके होते."
- कांग्रेस के लिए रायबरेली और अमेठी सीट पर कोई भी फैसला लेना बिल्कुल भी आसान नहीं रहा. कई दौर की बैठकों के बाद पार्टी ने राहुल गांधी और केएल शर्मा के नाम पर मुहर लगाई. पार्टी के लिए दोनों ही सीटें साख की लड़ाई बन गई हैं.