राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद (Francois Hollande) के बयान के बाद भारत में सियासी घमासान मच गया है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. बयान के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. राहुल गांधी ने मीडिया के सामने सबसे पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान को पढ़ा. राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला कर पूछा कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने जो कहा है वह सही है या नहीं. पीएम क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं. पीएम मोदी क्यों चुप हैं. पीएम मोदी को इस पर सफाई देनी चाहिए.
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राहुल गांधी ने कहा कि 'फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे पास कोई च्वाइस नहीं थी. हमें एक विकल्प दिया गया था. इसका मतलब है कि वे कह रहे हैं कि भारत के प्राइम मिनिस्टर चोर हैं. पहली बार कोई पूर्व राष्ट्रपति हमारे प्रधानमंत्री को चोर कह रहा है. यह गरिमा पर चोट है. मैं चकित हूं कि पीएम चुप हैं. एक शब्द भी नहीं कहा इस पर. यह किसी सामान्य व्यक्ति ने नहीं कहा, बल्कि पूर्व राष्ट्रपति ने कहा. पीएम को इस पर अपनी सफाई देनी चाहिये, यह सच है या नहीं. साफ है कि 30 हजार करोड़ रुपये का तोहफा नरेंद्र मोदी ने स्वयं अनिल अंबानी को दिया है.'
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राहुल गांधी ने कहा कि 'अब साफ हो गया है कि देश का चौकीदार चोर है. यह देश की जनता के दिमाग में घुस गया है. पीएम इस पर सफाई दें, लेकिन उनके मुंह से आवाज नहीं निकल रही है. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री सीतारमण कहती हैं कि मैं पूरे देश को राफेल का दाम बता दूंगी, फिर कहती हैं कि यह सिक्रेट है. मैंने पार्लियामेंट में कहा कि मेरी मैंक्रोन के साथ मीटिंग हुई और उन्होंने कहा कि भारत सरकार रेट बता सकती है.'
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उन्होंने आगे कहा कि '1600 करोड़ रुपये में जहाज खरीदा. अनिल अंबानी ने 12 दिन पहले कंपनी बनाई. एचएएल से कांट्रेक्ट छीना. रक्षामंत्री कहती हैं कि एचएएल यह नहीं कर सकता है, जबकि एचएएल ने कहा कि वे विमान बना सकते हैं. सब झूठ बोल रहे हैं.'
राहुल गांधी ने कहा कि 'नरेंद्र मोदी ने स्वयं अंबानी को कांट्रेक्ट दिया. पीएम मोदी ने हिंदुस्तान के लोगों की जेब से पैसा निकाला और अनिल अंबानी की जेब में डाला. जिस व्यक्ति पर आपने भरोसा किया था, उसने भरोसा तोड़ा है. आज जब ओलांद ने यह कहा है तो उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. सब बोलेंगे, लेकिन वे नहीं. राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने मेरी आंख में आंख नहीं मिलाई. इधर उधर देखते रहे. देश का चौकीदार चोरी कर गया.'
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इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने देश के साथ विश्वासघात किया है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया, 'प्रधानमंत्री ने बंद कमरे में राफेल सौदे को लेकर बातचीत की और इसे बदलवाया. फ्रांस्वा ओलांद का धन्यवाद कि अब हमें पता चला कि उन्होंने (मोदी) दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों डॉलर का सौदा दिलवाया.' राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने हमारे सैनिकों के लहू का अपमान किया है. दरअसल, एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की.
बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे. उन्हीं के साथ राफेल विमान का करार हुआ था. 'मीडियापार्ट फ्रांस' नाम के अख़बार ने पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से पूछा कि रिलायंस को किसने चुना और क्यों चुना तो फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि भारत की सरकार ने ही रिलायंस को प्रस्तावित किया था. इतना ही नहीं, अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि 'प्रधानमंत्री जी सच बोलिए.
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