कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) का 'मलयाली तालिबान' ट्वीट विवादों में घिर गया है. थरूर ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद मंगलवार को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट शेयर की थी, जिसके बाद लोगों ने उनकी जमकर आलोचना की है. हालांकि थरूर ने कई ट्वीट के जरिये अपनी बात का बचाव करने की कोशिश की है.
केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद ने अपने ट्वीट में लिखा, 'ऐसा लगता है कि कम से कम दो मलयाली तालिबान हैं, 8 सेकंड के आसपास एक शख्स संसारकिट्टे कह रहा है और लगता है कि जैसे दूसरा शख्स इसका मतलब समझता है!' पोस्ट को 15 अगस्त को एक यूजर रमीज ने पोस्ट किया था.
वीडियो में नजर आता है कि एक तालिबानी अफगानिस्तान की राजधानी के पतन से कुछ घंटे पहले काबुल के पास खुशी से रो रहा है.
It sounds as if there are at least two Malayali Taliban here — one who says “samsarikkette” around the 8-second mark & another who understands him! https://t.co/SSdrhTLsBG
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 17, 2021
उनके ट्वीट को लेकर तुरंत कई प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. पत्रकार कोराह अब्राहम ने लिखा, 'यह बेहद समस्याग्रस्त है. इस तरह के बयान देना खासकर तब जबकि दक्षिणपंथी ईको सिस्टम केरल के खिलाफ जेहादी समूहों में शामिल होने के बारे में हेट कैंपेन चला रहा है और आपको केरल की राजधानी का सांसद होने के नाते इसे बेहतर तरीके से समझना चाहिए.'
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इस पर जवाब देते हुए कांग्रेस नेता ने लिखा, 'मुझसे केरल की माताओं ने संपर्क किया था, जिनकी बेटियों को उनके गुमराह पतियों द्वारा ले जाए जाने के बाद वे अफगानिस्तान में फंस गई. मैंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराजजी के साथ मामले की पैरवी के लिए मीटिग की व्यवस्था की थी, जाहिर है कि मैं सांसद होने के कारण स्थिति से वाकिफ हूं.'
This is highly problematic. Making statements like this especially when the Right Wing eco system is going on a hate campaign against Kerala regarding people joining jihadist groups. And you being an MP from Kerala's capital should be knowing better.
— Korah Abraham (@thekorahabraham) August 17, 2021
I have been approached by Kerala mothers whose daughters are stuck in Afghanistan after having been taken there by their misguided husbands. I arranged a meeting w/ EAM SushmaSwaraj ji for a constituent to plead her case. Obviously it's as an MP that I'm aware of the situation.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 17, 2021
मलयाली लेखक एनएस माधवन ने कहा, 'इस वीडियो को कई बार सुना, उस शख्स ने संसारकिट्टे नहीं कहा. उसने जमजम कहा होगा-अरबी में पवित्र जल या तमिल में संसारम, जिसका अर्थ पत्नी है या वह अपनी भाषा में कुछ कह रहा था. यदि पत्नी शब्द सांसद को उकसाता है तो उसमें मलयाली को क्यों घसीट लाए?'
Listened to this video repeatedly. The man didn't say samsarikkatte. He might've said zamzam - holy water in Arabic, or samsaram in Tamil, meaning wife. Or he was saying some thing in his dialect. If the word wife triggers the MP, why drag Malayalis into that? https://t.co/fMhQEgUklx
— N.S. Madhavan (@NSMlive) August 17, 2021
भाजपा के विनीत गोयनका ने ट्वीट किया, 'शशि थरूर ये काॅमेडी शो नहीं है. यह सिर्फ हिमशैल का एक सिरा लगता है. कांग्रेस और लेफ्ट छद्म धर्म निरपेक्षता के चलते केरल का विनाश कर रहे हैं. #EnemiesWithin में मैने इस तथ्य पर प्रकाश डाला है कि कैसे केरल इस्लामिक आतंकियों की भर्ती के लिए हाॅटस्पाॅट बन रहा है.'
This is not a comedy show @ShashiTharoor .It seems to be just tip of an iceberg. @INCIndia & Left are ruining #Kerala under pseudo- secularism.
— Vinit Goenka (@vinitgoenka) August 17, 2021
In my book #EnemiesWithin I have highlighted the fact about how #Kerala is becoming a hot spot for recruitment of Islamic terrorist. https://t.co/Yi9AEKdGGj
हालांकि जिस ट्विटर यूजर की पोस्ट को थरूर ने शेयर किया था, उसने भी थरूर को पीछे धकेल दिया. उसने लिखा, 'तालिबान के रैंक और फाइल में केरल मूल के लड़ाके नहीं हैं. वे जाबुल प्रांत के बलूच हैं जो ब्राहवी बोलते हैं और उनके बीच ब्राहवी भाषा व्यापक रूप से बोली जाती है, यह तेलुगु, तमिल, मलयालम के समान ही द्रविड़ भाषा है.'
This is not a comedy show @ShashiTharoor .It seems to be just tip of an iceberg. @INCIndia & Left are ruining #Kerala under pseudo- secularism.
— Vinit Goenka (@vinitgoenka) August 17, 2021
In my book #EnemiesWithin I have highlighted the fact about how #Kerala is becoming a hot spot for recruitment of Islamic terrorist. https://t.co/Yi9AEKdGGj
बाद में थरूर ने एक लेख को साझा किया, जिसमें खुफिया रिपोर्ट का हवाला दिया गया है और कहा गया कि, 'आठ केरलवासी जो कि आईएस में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान गए थे.' तालिबान द्वारा मुक्त कराए गए कैदियों में से थे.
I am sure all those who decried my tweet about the possibility of Malayalis in the Taliban will now notice the ones who were released from the government's prisons today: https://t.co/N1aDLXrZ4O
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 17, 2021
कांग्रेस सांसद ने अपनी एक पोस्ट में लिखा, 'मुझे यकीन है कि तालिबान में मलयाली की संभावना के बारे में मेरे ट्वीट की निंदा करने वाले सभी लोग उन लोगों को नोटिस करेंगे जिन्हें सरकारी जेलों से रिहा किया गया है.'
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