प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने खुद ही विपक्ष में रहने का संकल्प ले लिया है.
- पीएम ने कहा कि विपक्ष के भाषण से देश का और मेरा विश्वास पक्का हुआ है कि उन्होंने लंबे समय तक विपक्ष में ही रहने का मन बना लिया है. जैसे कई दशक तक वो सत्ता पक्ष में बैठे, वैसे ही कई दशकों तक उनका विपक्ष में बैठने का संकल्प भी जनता पूरा करेगी.
- प्रधानमंत्री ने कहा कि अगली बार विपक्ष दर्शक दीर्घा में दिखेगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के बहुत सारे लोग चुनाव लड़ने का हौसला भी खो चुके हैं, वो लोकसभा के बदले राज्यसभा में जाना चाहते हैं.
- पीएम ने विपक्ष को टुकड़ों में सोचने को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष की सोच की मर्यादा पर देश को आश्चर्य होता है. चुनाव का साल था, कुछ मेहनत करते, जनता के लिए कुछ नया निकालकर लाते.
- उन्होंने कहा कि विपक्ष की हालत की सबसे बड़ी दोषी कांग्रेस पार्टी है. कांग्रेस को अच्छा विपक्ष बनने का 10 साल का अवसर मिला था, लेकिन उन्होंने इसे खो दिया. साथ ही दूसरी पार्टी के अच्छे नेताओं को भी दबा दिया.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कई बड़े नेता परिवारवाद की भेंट चढ़ गए. एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्च करने की वजह से दुकान बंद होने की कगार पर है.
- पीएम ने परिवारवाद की भी व्याख्या की. उन्होंने कहा कि एक ही परिवार के एक से अधिक लोग अगर जनता के आशीर्वाद से राजनीति में आते हैं, तो वो परिवारवाद नहीं है. लेकिन कोई एक ही परिवार की अगर पार्टी हो, वो ही सभी फैसले लेती हो, उसी परिवार को बार-बार आगे बढ़ाया जाए, तो वो परिवारवाद है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस को कैंसिल करने की आदत पड़ गई है. नई योजनाएं मोदी की नहीं, बल्कि देश की उपलब्धियां हैं.
- पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण तथ्यों के आधार पर एक बहुत बड़ा दस्तावेज है, जो उन्होंने देश के सामने रखा है. ये दस्तावेज उन हकीकतों को दिखाने का प्रयास है कि देश किस तरह से तरक्की कर रहा है.
- प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ने चार मजबूत स्तंभों पर हमारा ध्यान आकर्षित किया है. राष्ट्रपति ने देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई-बहन और किसानों के सशक्तीकरण की चर्चा की है. ये विकसित भारत तक पहुंचने का रास्ता है.
- पीएम ने कहा कि संसद के इस नए भवन में जब राष्ट्रपति संबोधित करने आई. सेंगोल स्थापित की गई. इन सब पल से लोकतंत्र की गरिमा और बढ़ी. सेंगोल का नेतृत्व, हम सबको प्रभावित करने वाला दृश्य था.