उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा के दौरान मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिवार वालों से आज मुलाकात की. बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा हुई थी. इस दौरान गोली लगने से रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. पीड़ित परिवार के सदस्य आज लखनऊ में सीएम आवास पहुंचे, जहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की. इस दौरान भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह भी पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ मौजूद थे.
#WATCH उत्तर प्रदेश: बहराइच घटना के मृतकों के परिवार के सदस्यों ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। pic.twitter.com/8JCVAY1CLs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगीय किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी से बात करते हुए रामगोपाल के माता-पिता के कई बार आंसू छलक पड़े. बुजुर्ग पिता कई बार अपने गमछे से आंसू पोंछता रहा. पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग की है.
मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया. वहीं इस मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा, “सीएम ने पीड़ित परिवार से कहा कि जिन लोगों ने गलत किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी.”
ज्ञात हो कि रविवार को बहराइच के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए विवाद में रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है. हिंसा में अस्पताल चौराहे पर कई दुकानों को जला दिया गया. अब तक इस मामले में 30 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है. पुलिस इस हिंसा को लेकर सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए
मुख्यमंत्री से मिलने से पहले मृतक की मां पत्नी और पिता ने कहा था कि हम सीएम से मिलकर उचित कार्रवाई की मांग करेंगे. जिस तरह से उनके बेटे को गोली मारी गई है, ऐसे में आरोपियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए और उनका एनकाउंटर किया जाए.
मृतक के भाई ने कहा था कि हम मुख्यमंत्री से मांग करेंगे की आरोपी का एनकाउंटर होना चाहिए. मेरे भाई की गोली मारकर हत्या की गई है. जब हम मौके पर पहुंचे तो वहां लाठीचार्ज हो चुका था. भगदड़ मची थी. हम भी भागने लगे, हमें अपने भाई की चिंता थी कि वह कहां फंस गया है. एक बच्ची ने फायरिंग का इशारा किया तो हम वहां पहुंचे. जिस घर से हम होकर गुजरे थे, उसे भी आरोपियों ने जमकर पीटा था. वह भी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है. यह घटना महाराजगंज मार्केट की है. हम अपने भाई को वहां से उठाकर ले आए. हम रोड पर वाहन का इंतजार करते रहे, लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की. हमने किसी तरह उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. यदि हम आधे घंटे पहले अस्पताल पहुंच जाते तो शायद मेरा भाई बच जाता.
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