
- भारत के CJI बीआर गवई ने 14 मई 2025 को पद ग्रहण किया था और उनका कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक है.
- रिटायरमेंट के बाद बीआर गवई ने स्पष्ट किया है कि वे कोई भी सरकारी या शासकीय पद स्वीकार नहीं करेंगे.
- मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद बीआर गवई पहली बार अपने पैतृक गांव दारापूर पहुंचे और अपने पिता को श्रद्धांजलि दी.
CJI BR Gavai Retirement Plan: न्याय व्यवस्था में शीर्ष पदों पर आसीन लोगों के रिटायर होते ही सरकारी पद हासिल करने के मामले पहले आ चुके हैं. जब भी ऐसे मामले आए, तब न्यायिक व्यव्सथा की प्रतिष्ठा पर कई तरह से सवाल भी उठे. हालांकि बाद में फिर सब जैसे को तैसा हो गया. इस समय भारत के मुख्य न्यायधीश भूषण रामकृष्ण गवई हैं. उन्होंने 14 मई 2025 को भारत के मुख्य न्यायधीश के पद की शपथ ली थी. उनका कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक का है. रिटायर होने के बाद बीआर गवई क्या करेंगे? क्या वो कोई सरकारी पद लेंगे? इन सब बातों पर उन्होंने शुक्रवार को अपना प्लान बताया.
सीजेआई बनने के बाद पहली बार गांव पहुंचे बीआर गवई
दरअसल शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद बीआर गवई पहली बार अपने पैतृक गांव दारापूर पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपने पिता की 10वीं पुण्यतिथि पर उनके स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. गांव पहुंचते ही उन्होंने अपने बचपन के घर का दौरा किया और पुरानी यादों को ताजा किया.
रिटायरमेंट के बाद दारापूर, अमरावती और नागपुर में रहेंगे सीजेआई
इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई ने एक बयान देते हुए कहा है कि वे रिटायरमेंट के बाद कोई भी शासकीय लाभ का पद स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि रिटायरमेंट के बाद वे अपना अधिकतर समय दारापूर, अमरावती और नागपुर में ही बिताना पसंद करेंगे.
इसी दौरान मराठी में बीआर गवई ने कहा, "मैं रिटायरमेंट के बाद किसी भी प्रकार का शासकीय लाभ का पद नहीं स्वीकार करूंगा. मेरा इरादा है कि मैं ज़्यादा से ज़्यादा वक्त दारापूर, अमरावती और नागपुर में बिताऊं."
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