विज्ञापन
This Article is From Dec 10, 2019

Citizenship Bill पर अमेरिकी संसद की समिति ने कहा- किसी भी तरह का धार्मिक परीक्षण...

लोकसभा ने नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है.

Citizenship Bill पर अमेरिकी संसद की समिति ने कहा- किसी भी तरह का धार्मिक परीक्षण...
सोमवार को लोकसभा में बिल पास हो गया.
वाशिंगटन:

नागरिकता (संशोधन) बिल के सोमवार को लोकसभा में पारित हो जाने के बाद अमेरिकी संसद की विदेश मामलों की समिति ने कहा, "नागरिकता के लिए किसी भी तरह का धार्मिक परीक्षण किए जाने से किसी देश के 'लोकतांत्रिक मूल्यों के मूल सिद्धांतों का क्षरण हो सकता' है..." लोकसभा में विधेयक के पारित होने पर समिति ने कहा, "भारत तथा अमेरिका, दोनों के ही मूल में धार्मिक अनेकतावाद शामिल है, और यह हमारे साझे मूल्यों का बेहद अहम हिस्सा है... नागरिकता के लिए किसी भी तरह का धार्मिक परीक्षण इसी सर्वाधिक आधारभूत सिद्धांत का क्षरण करता है..."

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग ने भी एक अन्य बयान बिल को लेकर मिलती-जुलती चिंता व्यक्त की, और कहा, "यह बिल प्रवासियों को नागरिकता देने का मार्ग खोलता है, जिसमें विशेष रूप से मुस्लिमों को निकाला गया है, जिससे धर्म के आधार पर नागरिकता के लिए कानूनी मार्ग खुल जाएगा..."

शिवसेना ने मोदी सरकार के नागरिकता बिल का पहले किया विरोध, पर बाद में क्यों किया समर्थन, NDTV से बताई ये वजह

बता दें, लोकसभा ने नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है. निचले सदन में विधेयक पर सदन में सात घंटे से अधिक समय तक चली चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह विधेयक लाखों करोड़ों शरणार्थियों के यातनापूर्ण नरक जैसे जीवन से मुक्ति दिलाने का साधन बनने जा रहा है. ये लोग भारत के प्रति श्रद्धा रखते हुए हमारे देश में आए, उन्हें नागरिकता मिलेगी.

नागरिकता बिल को JDU के समर्थन से प्रशांत किशोर निराश, कहा- जिस पार्टी के संविधान के पहले पन्ने पर...

शाह ने कहा, ‘मैं सदन के माध्यम से पूरे देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह विधेयक कहीं से भी असंवैधानिक नहीं है और संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन नहीं करता. अगर इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं होता तो मुझे विधेयक लाने की जरूरत ही नहीं पड़ती.'

विपक्ष के विरोध के बीच लोकसभा में पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल, पढ़ें इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें 

VIDEO: जरूरत पड़ी तो CAB पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे : ओवैसी

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
सजा-ए-काला पानी, चोल वंश जितनी पुरानी, जाने पोर्ट ब्लेयर के नाम की पूरी कहानी
Citizenship Bill पर अमेरिकी संसद की समिति ने कहा- किसी भी तरह का धार्मिक परीक्षण...
"ये कोई देशभक्त तो नहीं कर सकता" राहुल के बयान पर भड़के शिवराज समेत ये बीजेपी नेता
Next Article
"ये कोई देशभक्त तो नहीं कर सकता" राहुल के बयान पर भड़के शिवराज समेत ये बीजेपी नेता
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com