असम के कलियाबोर क्षेत्र से कांग्रेस (Congress) के सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीन (China) को लेकर कहा कि पूर्वी लद्दाख में सीमा को लेकर जो चिंता है उसका कोई ठोस समाधान नहीं निकला है. विदेश मंत्रालय की भाषा कमजोर हो चुकी है. पहले सीमा पर जो स्टेटस था वह हमें चाहिए. उन्होंने कहा कि पांच जुलाई को जो बयान आया है उसमें केवल सेना हटाने की बात कही गई है. चीन की हरकत सीमा पर बढ़ी है. पीएम मोदी (PM Modi) के सहमे हुए बयान पर कांग्रेस प्रश्न कर रही है. पीएम का 56 इंच का सीना और लाल आंख कहां गए.
गोगोई ने कहा कि राहुल बार बार कहते हैं डरो मत. पीएम का रवैया सहमा हुआ है. उन्हें केवल अपनी छवि की चिंता है. रक्षा मंत्रालय ने खुद कबूल किया कि चीन की सेना कई जगह घुसी हुई है. बाद में उसे रक्षा मंत्रालय के डॉक्युमेंट्स से निकाल दिया. विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय कुछ और कहते हैं. छवि के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखा है.
उन्होंने कहा कि मोदी जी की 18 बार चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात हुई है. पीएम का चीन के साथ क्या रिश्ता है जो सीमा विवाद को गभीरता से लेता ही नहीं है. कांग्रेस की मांग है कि पीएम, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री कॉन्फ्रेंस करें, संसद में चर्चा करें, सीडीएस जल्द नियुक्त करें, अग्निवीर स्कीम की आलोचना वेटरन ने की है. इसको जल्दबाजी में देश पर ना थोपें.
चीन द्वारा वित्त पोषित कुछ परियोजनाओं को चुनते समय गलती की : श्रीलंका के पीएम