हैदराबाद:
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने गुरुवार सुबह पारंपरिक गृह प्रवेश पूजा के बाद अपने नए आलीशान घर में रहना शुरू कर दिया.
हैदराबाद के बीचोंबीच बेगमपेट इलाके में पूरे नौ एकड़ में फैले इस घर में बुलेटप्रूफ खिड़कियां लगी हैं. इस घर में 250 लोगों के बैठने की व्यवस्था वाला एक थिएटर है और उसे ऑडिटोरियम की तरह इस्तेमाल किए जाने पर दोगुने लोगों को बिठाया जा सकता है.
इस परिसर में कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के लिए भी घर बने हैं, एक बहुत बड़ा कॉन्फ्रेंस हॉल है और एक मिनी सेक्रेटेरिएट भी है, जिसमें कुछ सरकारी विभागों के ऑफिस होंगे. इसके अलावा नया सरकारी सचिवालय (या कहिए ऑफिस कॉम्प्लेक्स) भी बनाया जाना है, लेकिन उसका निर्माण कार्य फिलहाल रुका हुआ है. इसका निर्माण शापूरजी पैलोनजी ने किया है, जो रीयल एस्टेट के क्षेत्र की बड़ी कंपनी है, और यह कुछ दिन पहले टाटा सन्स के चेयरमैन रहे साइरस मिस्त्री के परिवार की कंपनी है. इस घर के निर्माण की लागत 35 करोड़ रुपये रहनी थी, लेकिन अंतिम बिल कथित रूप से 50 करोड़ रुपये के आसपास रहा.
इस आलीशान घर का हर पहलू वास्तु और फेंग शुई के विशेषज्ञों की सलाह से तय किया गया है. उन्होंने यह नया कॉम्प्लेक्स बनाने का फैसला ही इसलिए किया था, क्योंकि सरकार का मौजूदा मुख्यालय और उनका घर वास्तु के लिहाज़ से ठीक नहीं बताया जाता था.
अब तक 62-वर्षीय केसीआर इस नए घर के ठीक पीछे बने एक घर में रहते हैं, जो नए की तुलना में काफी छोटा है. केसीआर के परिवार के पास हैदराबाद में ही एक और घर है, उनका एक घर उनके गृहनगर में भी है और इन दोनों के अलावा वे हैदराबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर बने एक फार्महाउस के भी मालिक हैं.
विपक्ष ने इस बात को लेकर केसीआर की कड़ी आलोचना की है कि वह करदाताओं के पैसे से शानदार घर बनवा रहे हैं, जबकि आम आदमी नकदी संकट की वजह से परेशानियां झेल रहा है.
हैदराबाद के बीचोंबीच बेगमपेट इलाके में पूरे नौ एकड़ में फैले इस घर में बुलेटप्रूफ खिड़कियां लगी हैं. इस घर में 250 लोगों के बैठने की व्यवस्था वाला एक थिएटर है और उसे ऑडिटोरियम की तरह इस्तेमाल किए जाने पर दोगुने लोगों को बिठाया जा सकता है.
इस परिसर में कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के लिए भी घर बने हैं, एक बहुत बड़ा कॉन्फ्रेंस हॉल है और एक मिनी सेक्रेटेरिएट भी है, जिसमें कुछ सरकारी विभागों के ऑफिस होंगे. इसके अलावा नया सरकारी सचिवालय (या कहिए ऑफिस कॉम्प्लेक्स) भी बनाया जाना है, लेकिन उसका निर्माण कार्य फिलहाल रुका हुआ है.
इस आलीशान घर का हर पहलू वास्तु और फेंग शुई के विशेषज्ञों की सलाह से तय किया गया है. उन्होंने यह नया कॉम्प्लेक्स बनाने का फैसला ही इसलिए किया था, क्योंकि सरकार का मौजूदा मुख्यालय और उनका घर वास्तु के लिहाज़ से ठीक नहीं बताया जाता था.
अब तक 62-वर्षीय केसीआर इस नए घर के ठीक पीछे बने एक घर में रहते हैं, जो नए की तुलना में काफी छोटा है. केसीआर के परिवार के पास हैदराबाद में ही एक और घर है, उनका एक घर उनके गृहनगर में भी है और इन दोनों के अलावा वे हैदराबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर बने एक फार्महाउस के भी मालिक हैं.
विपक्ष ने इस बात को लेकर केसीआर की कड़ी आलोचना की है कि वह करदाताओं के पैसे से शानदार घर बनवा रहे हैं, जबकि आम आदमी नकदी संकट की वजह से परेशानियां झेल रहा है.
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