चेन्नई में भारतीय वायु सेना के एयर शो को देखने के बाद कम से कम पांच दर्शकों की मौत हो गई, जहां कई लोगों ने भारी भीड़, गर्मी और सही प्रबंधन न होने की शिकायत की थी. एक व्यक्ति शो के बाद अपनी बाइक से घर लौट रहा था और रास्ते में उसकी सन स्ट्रोक के कारण मौत हो गई क्योंकि वह एक घंटे से अधिक वक्त तक ट्रैफिक में फंसा हुआ था.
प्रत्यक्षदर्शी ने कही ये बात
एक प्रत्यक्षदर्शी ने एनडीटीवी को बताया कि, "वॉलंटियर ने उसकी स्थिति को पहचान लिया था क्योंकि वह भीड़ में फंसने के कारण अपना नियंत्रण खो रहा था और उन्होंने बाइक से उसकी उतरने में भी मदद की थी." सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह पता लगाया जा सकता है कि शख्स की मौत किस वजह से हुई.
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करना था उद्देश्य
भारतीय वायुसेना द्वारा लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए इस कार्यक्रम को खराब तरीके से आगे बढ़ाने पर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि इसका लक्ष्य 15 लाख दर्शकों को जुटाना था- जो वहां के प्रबंधन से बहुत अधिक है - और चेन्नई सिटी पुलिस की भीड़ और यातायात प्रबंधन की खराब स्थिति पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
डीएमके सांसद ने कही ये बात
डीएमके सांसद के. कनिमोझी ने कहा कि अनियंत्रित भीड़भाड़ से बचना चाहिए. उन्होंने कहा, "चेन्नई के मरीना बीच पर आयोजित भारतीय वायुसेना के साहसिक कार्यक्रम को देखने आए लोगों को भीड़ से काफी परेशानी हुई और तापमान भी अधिक था, जिसके कारण 5 लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद और दर्दनाक है. बेकाबू भीड़-भाड़ से भी बचना चाहिए."
लोगों की भीड़ लगने से बढ़ी परेशानी
कार्यक्रम से पहले सब कुछ ठीक चल रहा था, बड़े पैमाने पर यातायात में बदलाव और पार्किंग संबंधी नियम लागू थे. लेकिन सुबह 11 बजे होने वाले एयर शो के करीब भीड़ इतनी बढ़ गई कि मरीना बीच रोड के किनारे बने एलिवेटेड एमआरटीएस रेलवे स्टेशन लोगों के समुद्र में तब्दील हो गए.
कार्यक्रम के बाद सड़कों पर उमड़ा जाम
कार्यक्रम के बाद जब भीड़ तितर-बितर होने लगी तो अराजकता फैल गई. बीच रोड पर हर जगह पर भीड़ लगी हुई दिखाई देने लगी. दर्शकों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं थी. तापमान बढ़ने और पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं होने की वजह से कई लोगों को जाम वाली सड़कों पर तीन से चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. भीड़ में मौजूद कई बच्चे फुटपाथ पर बैठे नजर आए जो बेहद थके हुए और प्यासे थे. वहीं कई लोग बेहोश या थके हुए लोगों की देखभाल करते देखे गए.
पुलिस की ओर से नहीं थे पुख्ता प्रबंध
पुलिस की ओर से कोई प्रभावी व्यवस्था न होने के कारण दोनों तरफ से वाहन और दोपहिया वाहन ऐसे घुसे कि अधिकतर सड़कों पर दो घंटे से अधिक वक्त तक जाम लगा रहा. सड़कों पर लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं थी. इन सड़कों पर खाने-पीने की अधिकतर दुकानें भी बंद थीं और जो दुकाने खुली हई थीं वहां जल्द ही पीने का पानी और सोफ्ट ड्रिंक्स खत्म हो गई थीं.
दो बच्चों के साथ आई महिला ने जताई नाराजगी
अपने दो बच्चों के साथ आई एक महिला ने कहा, "राज्य सरकार न हमें फेल कर दिया. न ही वेन्यू पर सही से अरेंजमेंट्स थे और न ही सड़कों पर सही अरेंजमेंट्स किए गए हैं." चेन्नई पुलिस ने सुरक्षा के लिए 6,500 पुलिसकर्मी और 1,500 होमगार्ड तैनात किए थे.
कार्यक्रम में 72 विमानों ने किया था प्रदर्शन
यह स्पष्ट नहीं है कि तमिलनाडु सरकार - जिसकी संस्कृति सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए सामूहिक समारोहों पर आपत्ति जताने की रही है - ने वायु सेना के सामने अपनी चिंता व्यक्त की थी या इस कार्यक्रम को बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करने की सलाह दी थी. इस एयर शो में विशेष गरुड़ बल के कमांडो द्वारा एक नकली बचाव अभियान और बंधक को मुक्त कराने का प्रदर्शन भी शामिल था. इसमें 72 विमानों का प्रदर्शन भी किया गया, जिनमें राफेल, देश में निर्मित अत्याधुनिक लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड और हेरिटेज एयरक्राफ्ट डकोटा शामिल थे.
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