केंद्र सरकार ने कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के बढ़ते आर फैक्टर ( R factor) को चिंता जाहिर की है. गृह मंत्रालय ने इसको लेकर राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. यह एडवाइजरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन न किए जाने और कई जगहों पर भारी भीड़ जमा होने को लेकर हिदायत दी गई थी. भारत में बुधवार को कोरोना के 38,792 केस रिपोर्ट हुए जो एक दिन पहले से 23%ज्यादा हैं. पूर्वोत्तर के राज्यों में भी कोविड-19 वायरस के तेजी से बढ़ते मामले चिंता की वजह बन गए हैं. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नार्थईस्टके आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की थी.
जानिए इस बड़ी खबर की 10 बड़ी बातें :
पत्र में कहा गया है कि कई राज्यों में कोविड प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन से, खासकर सरकारी वाहनों और पहाड़ी इलाकों में, इसके परिणामस्वरूप 'R' factor कुछ राज्यों में बढ़ गया है. आर फैक्टर का 1.0 से ज्यादा होना कोविड-19 ( COVID-19)के तेजी से प्रसार का संकेत है.
संबंधित एजेंसियों से कहा जाए कि वे भीड़ भरे इलाकों, दुकानों, मॉल, बाजार, रेस्तरां, बार, बस स्टेशन, रेलवे प्लेटफार्म, बैंक्वेट हॉल-मैरिज हॉल औऱ अन्य स्थानों पर कोविड से जुड़े नियमों का सही तरीके से पालन करना सुनिश्चित कराएं.गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने कहा कि हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित और संक्रमण फैला रहे अन्य स्थानों पर भी कोविड नियमों का पालन सुनिश्चित हो.
गृह मंत्रालय ने जोर देकर कहा है कि कोविड की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है. हमें यह याद रखना चाहिए कि वैक्सीनेशन का प्रसार बढ़ा तो है, लेकिन ढिलाई के लिए भी कोई जगह नहीं है.
यह पत्र ऐसे वक्त जारी किया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)ने कोविड नियमों के पालन में ढिलाई को लेकर राज्यों को हिदायत दी है. फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग ( social distancing)के साथ खतरे वाले इलाकों में कोविड प्रोटोकॉल कोलेकर सतर्कता बरतने की बात कही गई है. उनका कहना है कि भीड़ भरे स्थान कोरोनाकी तीसरी लहर की दावत दे रहे हैं.
प्रधानमंत्री की यह चेतावनी उन तस्वीरों के बाद आई है, जिसमें हिल स्टेशनों और शहर के बाजारों में हजारों की संख्या में लोग बिना सोशल डिस्टेंसिंग या मास्क पहने घूमते दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें औऱ वीडियो वायरल हैं. मेडिकल एक्सपर्ट और स्वास्थ्य मंत्रालय इसकी आलोचना कर चुका है
प्रधानमंत्री ने कहा था, आज मैं जोर देकर कह रहा है कि हिल स्टेशनों और बाजारों (hill stations and markets )में बिना मास्क के जमा भारी भीड़ सही नहीं है. वायरस अपने आप से आता-जाता नहीं है. हम कोरोना नियमों का पालन न करते हुए उसे वापस लाते हैं. विशेषज्ञ लगातार लापरवाही भरे रवैये को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. इससे कोविड केस तेजी से बढ़ेंगे.
गृह मंत्रालय ने दोहराया कि हमें लापरवाही और ढिलाई के खिलाफ सतर्क रुख अपनाना होगा. कोरोना की पॉजिटिविटी रेट को कम करने के दौरान हमें अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी, ताकि कोरोना के मामलों में तेज उछाल को दोबारा रोका जा सके.
आर फैक्टर ( R0) वो पैमाना है, जिससे यह तय होता है कि एक व्यक्ति कितने और व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है. आर फैक्टर 1 होने का मतलब होता है कि संक्रमित शख्स एक व्यक्ति को संक्रमण दे सकता है. 'R' अगर एक से कम रहेगा तो यह उसके संक्रमण को तेजी से रोकने में मदद करता है. यह संक्रमण की चेन को तोड़ने का काम करता है.
आर फैक्टर वैल्यू पिछले एक हफ्ते में 0.89 से 0.95 तक पहुंच गई है, जो एक हफ्ते पहले 0.74 था. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जब मामले 4 लाख के पीक पर थे तो 'R' value 1.32 तक पहुंच गई थी, जो अप्रैल 2020 के बाद सर्वाधिक थी.
चेन्नई इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज के वैज्ञानिकों के एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि आर वैल्यू में बढ़ोतरी के साथ राष्ट्रीय एक्टिव केस लोड में गिरावट देखी जा रही है. एक्टिव केस अभी 4.29 लाख के करीब है, जो 25 मार्च के बाद सबसे कम हैं. उनका कहना है कि आर फैक्टर में 0.1 फीसदी के अंतर से भी बड़ा अंतर आता है. लिहाजा सावधानी बरतनी होगी.