प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
सीबीएसई ने अपने विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा प्रदान करने और उन्हें शांति, सौहार्द्र , विनम्रता एवं सहयोग के मूल्यों से युक्त जागरूक नागरिक बनाने के लिए रामकृष्ण मिशन के साथ गठजोड़ किया है. बोर्ड ने विद्यालयों को भेजे पत्र में कहा है, 'सौहार्द्र, शांति, करुणा एवं एवं विनम्रता जैसे मूल्य सदियों से हर समाज के विमर्श का भाग रहे हैं और उनकी आवश्यकता एवं महत्व को सार्वभौमिक रूप से स्वीकार एवं महसूस किया गया है.'
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पत्र में कहा गया, 'नैतिक शिक्षा को मजबूत करने, उसे बढ़ावा देने तथा उसके संवर्धन में सहयोग पैदा करने के उद्देश्यों से नई दिल्ली के रामकृष्ण मिशन ने अध्यापकों एवं विद्यार्थियों के लिए 'जागरूक नागरिक कार्यक्रम' तैयार किया है.' यह कार्यक्रम छठी से लेकर आठवीं कक्षा (या सातवीं से लेकर नौंवी तक) के विद्यार्थियों के लिए तीन वर्षीय क्रमिक मूल्य शिक्षा कार्यक्रम है, लेकिन विद्यालयों द्वारा उसका क्रियान्वयन ऐच्छिक है.
(इनपुट : भाषा)
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(इनपुट : भाषा)