बोकारो स्टील प्लांट भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पूर्व केंद्रीय इस्पात मंत्री रामविलास पासवान से पूछताछ कर सकती है। इस मामले में कुछ जाने माने लोगों के रिश्तेदार एजेंसी की जांच के दायरे में हैं।
एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि आगामी आम चुनावों के लिए बिहार में सीटों के बंटवारे पर वार्ता कर रहे पासवान कुछ दस्तावेजों की बरामदगी के बाद जांच के घेरे में हैं। इन दस्तावेजों में संकेत मिलते हैं कि हो सकता है कि पासवान के कार्यालय से जुड़े लोग कुछ अभ्यार्थियों को लाभ पहुंचाने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'संबंधित मंत्री की मंजूरी के बगैर निचले स्तर के कर्मचारी इस तरह के कदम नहीं उठा सकते। हम इस संबंध में उनसे (पासवान) पूछताछ कर सकते हैं। पूछताछ को लेकर अंतिम फैसला जांच आगे बढ़ने के बाद किया जा सकता है।'
सूत्रों ने कहा कि कुछ सफल अभ्यार्थियों द्वारा सौंपे गए दस्तावेजों में पासवान के आधिकारिक आवास 12 जनपथ की सील और बोकारो इस्पताल संयंत्र में जगह देने के लिए उनके नामों की सिफारिश करने वाले उनके स्टाफ के पत्र मौजूद हैं। पासवान मई 2004 से मई 2009 के बीच संप्रग सरकार के दौरान केंद्रीय रसायन, उर्वरक और इस्पात मंत्री थे और इन नियुक्तियों में कथित घपला उनके कार्यकाल के दौरान हुआ।
सीबीआई ने जनवरी में वर्ष 2008 में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में मध्यम और कनिष्ठ प्रबंधन स्तर पर नियुक्तियों में कथित अनियमितताओं से संबंधित दो अलग अलग मामले दर्ज किए थे जिसमें संयंत्र के एक पूर्व कार्यकारी निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था।
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