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अब कौन रखेगा कैप्टन सुमित सभरवाल के बुजुर्ग पिता का ख्याल, इन 12 सपनों पर टूटा आसमान

अहमदाबाद में शुक्रवार को क्रैश हुए एअर इंडिया के विमान को कैप्टन सुमित सभरवाल उड़ा रहे थे. उनके पास उड़ान का आठ हजार से अधिक घंटों का अनुभव था. आइए जानते हैं कि विमान में सवाल केबिन क्रू के अन्य सदस्यों के बारे में.

नई दिल्ली:

गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया का एक प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.एअर इंडिया की यह फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी. इस भायनक हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई.मरने वालों में विमान के दो  पायलट और केबिन क्रू के 10 सदस्य भी शामिल हैं. इस हादसे में केवल विश्वास कुमार नाम के एक यात्री की ही जान बची है. उनका अहमदाबाद के अस्पताल में इलाज चल रहा है. आइए हम आपको बताते हैं विमान के पायलट और केबिन क्रू के सदस्यों के बारे में. 

कैप्टन सुमित सभरवाल

हादसे का शिकार हुए विमान के पायलट थे, कैप्टन सुमित सभरवाल. 60 साल के सभरवाल एअर इंडिया के सबसे अनुभवी पायलटों में से एक थे. उनके पास आठ हजार घंटों से अधिक का विमान उड़ाने का अनुभव था. वो अपने 90 साल के पिता के साथ मुंबई के पवई इलाके में रहते थे.वो अगले कुछ महीनों में रिटायर होने वाले थे. इसके बाद उनकी योजना अपने पिता के साथ अधिक से अधिक समय बिताने की थी. वो जब भी फ्लाइट लेकर जाते थे, अपने पड़ोसियों से पिता का ध्यान रखने के लिए कह जाते थे. उनके पिता नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के रिटायर अधिकारी हैं. कैप्टन सभरवाल अविवाहित थे. उनके दो भतीजे भी कामर्शियल पायलट हैं. दिल्ली निवासी उनकी बहन भी उनके साथ ही रहती हैं. 

विमान के कैप्टन सुमित सभरवाल के पास आठ हजार से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव था.

विमान के कैप्टन सुमित सभरवाल के पास आठ हजार से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव था.

क्लाइव कुंदर, को पायलट

दिल्ली से अहमदाबाद होते हुए लंदन जा रही एअर इंडिया की इस फ्लाइट में कैप्टन सभरवाल के फर्स्ट ऑफिसर थे 32 साल के क्लाइव कुंदर. उनके पास 11 सौ से अधिक घंटे की उड़ान का अनुभव था. उनकी मां भी एअर इंडिया में काम करती थीं. वो फ्लाइट अटेंडेंट थीं. उनका बचपन मुंबई के कालीना स्थित एअर इंडिया कॉलोनी में बीता था. वहां से वो रहने के लिए बोरीवली चले गए थे.मूल रूप से कर्नाटक के मंगलुरु के रहने वाले कुंदर ने एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस की पढ़ाई मुंबई के जुहू स्थित बांबे फ्लाइंग क्लब से 2006 में पूरी की थी. इसके बाद वो पढ़ने के लिए अमेरिका चले गए थे.पांच साल पहले एअर इंडिया की नौकरी में आने से पहले वो एक दूसरी एयरलाइन के लिए काम करते थे. उनके पिता क्लिफोर्ड और मां रेखा अपनी बेटी के साथ ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रहते हैं. कुंदर अविवाहित थे.

दीपक पाठक, क्रू मेंबर

दीपक पाठक मुंबई के बदलापुर के रहने वाले थे. वो एअर इंडिया में फ्लाइट अटेंडेंट थे. वो एयर इंडिया के साथ पिछले 11 सालों से काम कर रहे थे. हर फ्लाइट पर जाने से पहले 35 साल के पाठक अपने परिवार को फोन करते थे. गुरुवार को भी उन्होंने यही काम किया था. हादसे की खबर आने के बाद उनके परिजनों ने उन्हें फोन लगाया था. उनके फोन की घंटी भी बज रही थी. इससे परिवार को उम्मीद बची थी कि शायद वो जिंदा हों. लेकिन बाद में अधिकारियों ने उन्हें उनके मरने की जानकारी दी.

दीपक पाठक एअर इंडिया के साथ पिछले 11 साल से काम कर रहे थे.

दीपक पाठक एअर इंडिया के साथ पिछले 11 साल से काम कर रहे थे.

सनीता चक्रवर्ती, क्रू मेंबर

35 साल की सनीता चक्रवर्ती को उनके परिजन और पड़ोसी प्यार से पिंकी कहकर बुलाते थे.वो अपने परिवार के साथ जुहू के कोलीवाड़ा में रहती थीं. उन्होंने अभी हाल में ही एअर इंडिया ज्वाइन किया था. एअर इंडिया की नौकरी शुरू करने से पहले वो गो एयर के साथ जुड़ी हुई थीं. उन्होंने मुंबई की मानेकजी कूपर स्कूल और मीठीबाई कॉलेज से पढ़ाई की थी. 

मैथिली मोरेश्वर पाटील, क्रू मेंबर

मैथिली मोरेश्वर पाटील भी उन लोगों में शामिल हैं, जिनकी मौत इस हादसे में हो गई. पनवेल के नाहवा गांव की रहने वाली 24 साल की मैथिली ने 12वीं तक की पढ़ाई टीएस रहमान विद्यालय से की थी. एक आम परिवार से आने वाली मैथिली ने आसमान में उड़ने का सपना देखा था.उनके पिता वेल्डिंग का काम करते हैं. आर्थिक कठिनाइयों के बाद भी अपने चार भाइ-बहनों में सबसे बड़ी मैथिली ने अपनी पढ़ाई पूरी की थी. हादसे से पहले करीब 11 बजे मैथिली ने अपने परिजनों से बात की थी. मैथिली ने दो साल पहले ही एअर इंडिया में काम करना शुरू किया था. 

रोशनी राजेंद्र संघारे, क्रू मेंबर

एअर इंडिया के विमान हादसे में मरने वालों में 27 साल की रोशनी राजेंद्र संघारे भी शामिल हैं. वो विमान की क्रू मेंबर थीं.वो मुंबई के डोंबिवली के राजाजी पथ के माधबी बंगला इलाके की एक सोसायटी में अपने पिता और भाई के साथ रहती थीं. उन्होंने हाल ही में एअर इंडिया की नौकरी शुरू की थी. उनका सपना एयर होस्टेस बनने का था. हादसे की खबर आने के बाद ही उनके पिता और भाई मुंबई एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए थे. रोशनी सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय थीं. इंस्टाग्राम पर उनके 54 हजार से अधिक फॉलोवर थे. सोशल मीडिया पर वो फ्लाइंग को लेकर जानकारी साझा करती थीं.

रोशनी राजेंद्र संघारे के इंस्टाग्राम पर 54 हजार से अधिक फॉलोवर्स थे.

रोशनी राजेंद्र संघारे के इंस्टाग्राम पर 54 हजार से अधिक फॉलोवर्स थे.

अपर्णा महादिक, फ्लाइट अटेंडेंट

हादसे का शिकार हुए लोगों में 40 साल की अपर्णा महादिक का नाम शामिल है. अपर्णा के पति अमोल महादिक भी एअर इंडिया में काम करते हैं. वो भी केबिन क्रू हैं. अमोल ने दिल्ली से उड़ान भरी थी.अपर्णा के परिवार के रिश्ता एनसीपी नेता सुनील तटकरे से है.उनका परिवार मुंबई के गोरेगांव में रहता है. अमोल और अपर्णा की आठ साल की एक बेटी है.वह अपनी दादी के साथ रहती है. 

श्रद्धा धवन, केबिन सुपरवाइजर

श्रद्धा धवन पिछले दो दशक से अधिक समय से एअर इंडिया के साथ काम कर रही थीं. श्रद्धा ने एमबीए की पढ़ाई शुरू की थी. लेकिन पहले साल की पढ़ाई के बाद उन्होंने एविएशन के क्षेत्र में करियर बनाने की सोची. उनके पति सीके राजेश केबिन क्रू मेंबर हैं. दोनों की मुलाकात भी उड़ान के दौरान ही हुई थी. श्रद्धा और उनका परिवार मुंबई में रहता है. उनकी 13 साल की एक बेटी है. 

इस हादसे में जिंदा बचे एक मात्र व्यक्ति विश्वास कुमार का हालचाल पूछते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

इस हादसे में जिंदा बचे एक मात्र व्यक्ति विश्वास कुमार का हालचाल पूछते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

नगनथोई कोंगब्रेलटपम शर्मा

नगनथोई कोंगब्रेलटपम शर्मा हादसे का शिकार हुए विमान की क्रू मेंबर थीं. वो मणिपुर के थोउबल जिले की रहने वाली थीं. हादसे की खबर आने के बाद उनके परिजनों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन किसी ने उनका फोन नहीं उठाया. परिजनों का कहना है कि उन्होंने शाम छह बजे के बाद फोन करना इसलिए बंद कर दिया कि कहीं नगनथोई के फोन की बैटरी न खत्म हो जाए. अपने तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थीं. उनकी सबसे बड़ी बहन एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती हैं तो सबसे छोटी बहन कक्षा नौ में पढ़ती है.

लैमनुनथेम सिंगसन,केबिन क्रू मेंबर

इस हादसे में मारी गईं एक और केबिन क्रू मेंबर लैमनुनथेम सिंगसन भी मणिपुर की रहने वाली थीं. उनका घर चूड़ाचंद्रपुर जिले में पड़ता है.

इसके अलावा केबिन क्रू में शामिल इरफान शेख और मनीषा थापा के बार में अभी अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है. 

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