बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने पूर्व राज्यसभा सांसद अशो सिद्धार्थ को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अपने इस फैसले को लेकर मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी साझा किया. इस पोस्ट में मायावती ने लिखा है कि बीएसपी की ओर से खासकर दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे डॉ. अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद नितिन सिंह चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि की पारर्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है.
आपको बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश की राजनीति में बसपा को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए मायवती ने अपने जन्मदिन के अगले दिन पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में पार्टी के सदस्यता अभियान, संगठन विस्तार, कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण कैंप आयोजित करने से लेकर गठजोड़ तक पर चर्चा हो सकती है. पार्टी की कोशिश अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने की है. इसके लिए वह अपने पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं को वापस लेने की कोशिशों में जुटी है.
गौरतलब है कि बीते कुछ समय से बसपा अपना खोया हुआ जनाधार वापस पाने के लिए कितना परेशान है, इस बात से समझ सकते हैं कि पार्टी उपचुनाव भी नहीं लड़ी थी. लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है. पिछले साल नवंबर में हुए यूपी विधानसभा की नौ सीटों के उपचुनाव में बसपा ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन उसे कहीं भी जीत नहीं मिली थी. कई जगह तो वो अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई थी. ऐसा तब था जब उपचुनाव वाली सीटों में से कई पर पहले वो जीत दर्ज कर चुकी थी. इससे पहले वह लोकसभा चुनाव के साथ हुए पांच सीटों के उपचुनाव के मैदान में भी उतरी थी. लेकिन उसे कहीं सफलता नहीं मिली थी.
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