
सोशल मीडिया पर तुर्किए और अजरबैजान का बहिष्कार कर रहे लोग
Boycott Turkey and Azerbaijan: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच तुर्किए और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था. बेशक, दोनों देशों के बीच सीजफायर का ऐलान हो चुका है, लेकिन लोगों में दोनों देशों के लिए नाराजगी है. सोशल मीडिया पर लोग खुलकर लिख रहे हैं तुर्किए और अजरबैजान जाने से परहेज करें. दोनों देशों के बहिष्कार के लिए सोशल मीडिया पर अभियान शुरू हुआ है. ट्रैवल ब्लॉगर और इंफ्लुएंसर्स ने भारतीयों से पर्यटन और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए तुर्किए और अज़रबैजान न जाने की अपील की है.पहलगाम हमले के बाद इन दोनों देशों ने पाकिस्तान का साथ दिया था.
- तुर्किए ने तो अपने यहां से ड्रोन पाकिस्तान को भेजे, जिनका उपयोग पाकिस्तान ने भारत के नागरिकों के खिलाफ किया. ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों और टुअर ऑपरेटर भी भारतीयों को इन दोनों देशों में न जाने के लिए सुझाव दे रहे हैं. (पढ़ें- चीन, तुर्किए और अजरबैजान... पाकिस्तान के 'भाईजान' की भारत में बंद होगी दुकान)
- कुछ पोर्टल पर तुर्किए और अज़रबैजान के लिए बुकिंग करते समय नोटिस आने लगा है कि इन देशों का रुख भारत के लिए सकारात्मक नहीं रहा.
- सोशल मीडिया पर #BoycottTrukeyAzerbaijan हैशटैग ट्रेंड कर रहा है. लोगों द्वारा दोनों देशों के बहिष्कार का अभियान चलाया जा रहा है.
- इसके अलावा देश भर से फल व्यापारी तुर्किए से सेब आयात बंद करने की मांग कर रहे हैं.
- मार्बल और ग्रेनाइट का आयात बंद करने की बात भी हो रही है.
- पिछले कुछ वर्षों से भारतीयों ने सस्ते विकल्प के रूप में इन दोनों देशों में घूमने के लिए जाना शुरू किया था.
- यहां की हवाई यात्रा और रहना-खाना भारत के कई इलाकों में जाने से भी सस्ता पड़ता है.
- यहां फिल्मों की शूटिंग और डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन भी बढ़ा है, लेकिन इन देशों के कट्टर रुख़ के बाद अब आम भारतीय वहां जाने से कतराने लगे हैं.
- तुर्किए ने हाल ही में भारतीय पर्यटकों से तुर्की में “स्वागत है” कहा था. प्रेस रिलीज़ में कहा गया था कि भारत-पाकिस्तान तनाव का तुर्किए में कोई असर नहीं है. सब कुछ सामान्य है. भारतीयों के आराम और सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
- भारतीय पर्यटकों के बहिष्कार से अजरबैजान को करीब $308.6 मिलियन का प्रत्यक्ष नुकसान होगा. फिलहाल तो लोगों का मूड इन दोनों देशों के रवैये को लेकर खराब है.