बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक रविवार को दिल्ली में शुरू होगी.
नई दिल्ली:
अगले लोकसभा चुनाव के लिए डेढ़ साल का समय बाकी है लेकिन बीजेपी इस चुनाव के लिए रणनीति बनाने में अभी से जुट गई है. चुनावी रणनीति का तानाबाना बुनने के लिए बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक आयोजित कर रही है जो कि दिल्ली में रविवार को शुरू होगी. साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इस बैठक में पार्टी के सभी सांसदों, सभी विधायकों, पार्षदों और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों समेत 2000 नेताओं को बुलाया गया है.
बीजेपी के सूत्रों के अनुसार बैठक के दूसरे दिन 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन खास होगा जो कि आने वाले समय में कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेगा.
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सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे को शामिल किए जाने की संभावना है. राजनीतिक प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी राम माधव और विनय सहस्रबुद्धे को सौंपी गई है. इसके अलावा एक आर्थिक प्रस्ताव भी पेश किया जा सकता है जिसमें वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से आए आर्थिक बदलाव, नोटबंदी के कारण बदली परिस्थितियों का जिक्र हो सकता है.
गौरतलब है कि रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर सरकार के रुख की कुछ विपक्षी दलों समेत एक वर्ग आलोचना कर रहा है. दूसरी ओर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी के मुद्दे पर भी सरकार को कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. कार्यक्रम के आयोजन के लिए दिल्ली प्रदेश में समन्वय करने की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय को सौंपी गई है. बीजेपी की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारणी की यह बैठक दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह के समापन के अवसर पर आयोजित की जा रही है.
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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी लगातार अलग-अलग राज्यों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने का प्रयास कर रहे हैं. पार्टी पिछले एक साल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है.
बैठक में पार्टी के सभी 281 लोकसभा सदस्य, राज्यसभा के 57 सदस्य, 1400 विधायक और विधान पार्षद, कोर ग्रुप के सदस्य और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष एवं महामंत्री शामिल होंगे. राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में आमतौर पर स्थाई और विशेष आमंत्रित सदस्यों समेत 200 से कम सदस्य हिस्सा लेते हैं. इस बार इसमें हिस्सा लेने वालों की संख्या 2000 के आसपास होगी. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के विषयों पर 24 सितंबर को पदाधिकारी मंथन करेंगे.
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली बीजेपी के प्रभारी श्याम जाजू व राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने दिल्ली बीजेपी के नेताओं के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियों की समीक्षा की. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए सभी 19 विभागों के कार्यों का विभाजन किया गया है.
VIDEO : बीजेपी नेत्री को मिली सजा
उल्लेखनीय है कि पिछले एक साल में बीजेपी ने एक प्रयोग करते हुए पार्टी के विस्तार के लिए पूर्णकालिक सदस्यों को खास जिम्मेदारी सौंपी है. दीनदयाल विस्तारक योजना के तहत पार्टी देश भर में अपने इन पूर्णकालिक सदस्यों की सेवा ले रही है. उन स्थानों पर पूर्णकालिक सदस्यों को ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है जहां पार्टी कमजोर है. इनमें कुछ पूर्णकालिक सदस्यों ने 15 दिन के लिए, कुछ छह महीने के लिए तो कुछ ने एक साल तक पार्टी के लिए काम किया है.
माना जा रहा है कि पहली बार संघ से प्रेरणा लेकर बीजेपी के पूर्णकालिक सदस्यों की अवधारणा को पार्टी में लागू किया. पिछले एक साल में इस प्रयोग से मिल रही सफलता से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह बेहद उत्साहित हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
बीजेपी के सूत्रों के अनुसार बैठक के दूसरे दिन 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन खास होगा जो कि आने वाले समय में कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेगा.
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सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे को शामिल किए जाने की संभावना है. राजनीतिक प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी राम माधव और विनय सहस्रबुद्धे को सौंपी गई है. इसके अलावा एक आर्थिक प्रस्ताव भी पेश किया जा सकता है जिसमें वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से आए आर्थिक बदलाव, नोटबंदी के कारण बदली परिस्थितियों का जिक्र हो सकता है.
गौरतलब है कि रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर सरकार के रुख की कुछ विपक्षी दलों समेत एक वर्ग आलोचना कर रहा है. दूसरी ओर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी के मुद्दे पर भी सरकार को कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. कार्यक्रम के आयोजन के लिए दिल्ली प्रदेश में समन्वय करने की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय को सौंपी गई है. बीजेपी की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारणी की यह बैठक दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह के समापन के अवसर पर आयोजित की जा रही है.
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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी लगातार अलग-अलग राज्यों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने का प्रयास कर रहे हैं. पार्टी पिछले एक साल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है.
बैठक में पार्टी के सभी 281 लोकसभा सदस्य, राज्यसभा के 57 सदस्य, 1400 विधायक और विधान पार्षद, कोर ग्रुप के सदस्य और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष एवं महामंत्री शामिल होंगे. राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में आमतौर पर स्थाई और विशेष आमंत्रित सदस्यों समेत 200 से कम सदस्य हिस्सा लेते हैं. इस बार इसमें हिस्सा लेने वालों की संख्या 2000 के आसपास होगी. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के विषयों पर 24 सितंबर को पदाधिकारी मंथन करेंगे.
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली बीजेपी के प्रभारी श्याम जाजू व राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने दिल्ली बीजेपी के नेताओं के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियों की समीक्षा की. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए सभी 19 विभागों के कार्यों का विभाजन किया गया है.
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उल्लेखनीय है कि पिछले एक साल में बीजेपी ने एक प्रयोग करते हुए पार्टी के विस्तार के लिए पूर्णकालिक सदस्यों को खास जिम्मेदारी सौंपी है. दीनदयाल विस्तारक योजना के तहत पार्टी देश भर में अपने इन पूर्णकालिक सदस्यों की सेवा ले रही है. उन स्थानों पर पूर्णकालिक सदस्यों को ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है जहां पार्टी कमजोर है. इनमें कुछ पूर्णकालिक सदस्यों ने 15 दिन के लिए, कुछ छह महीने के लिए तो कुछ ने एक साल तक पार्टी के लिए काम किया है.
माना जा रहा है कि पहली बार संघ से प्रेरणा लेकर बीजेपी के पूर्णकालिक सदस्यों की अवधारणा को पार्टी में लागू किया. पिछले एक साल में इस प्रयोग से मिल रही सफलता से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह बेहद उत्साहित हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
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