महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
मुंबई:
शिवसेना और बीजेपी के बीच तनातनी की वजह बना कल्याण-डोंबिवली मेयर पद का चुनाव और रोचक हो चला है। इस चुनाव की दावेदारी को मजबूत रखने के लिए बीजेपी अपने सारे पार्षदों को अज्ञात जगह ले जा चुकी है।
पार्टी के नेता इन पार्षदों के स्थान को लेकर कोई आधिकारिक खुलासा नहीं कर रहे। जबकि सूत्रों ने NDTV इंडिया को बताया है कि बीजेपी के पार्षद इस समय परिवार समेत दक्षिण भारत के मशहूर समुद्री पर्यटन स्थल पर छुट्टीयां मना रहे हैं।
इस बीच KDMC के मेयर पद के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। इसके तहत 11 नवम्बर को मेयर का चुनाव होगा। इस पद को जीतने के लिए वैसे तो 61 वोटों की जरूरत है जो कि न बीजेपी के पास है न शिवसेना के पास। इसके बावजूद दोनों दल मेयर पद पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
इस महानगरपालिका में शिवसेना को 52 सीटें मिली हैं जबकि बीजेपी गठबंधन खुद के पास 51 पार्षदों का समर्थन होने का दावा कर रहा है।
इस हालात में राज ठाकरे की पार्टी MNS के 9 पार्षद और निर्दलीयों के साथ MIM और BSP के पार्षदों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को यहां 6 सीट मिली हैं और इन पर भी समर्थन के लिए डोरे डाले जा रहे हैं।
ऐसे मे मेयर के चुनाव से समय सदन में उपस्थित सदस्यों के आधार पर चुनाव होगा। जिसे ध्यान में रख बीजेपी अपने पार्षदों को 11 नवम्बर को पिकनिक स्पॉट से सीधे सदन ले आएगी। ताकि, कोई दग़ाबाजी न हो।
BJP के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे साफ़ कह चुके हैं कि पार्टी के सामने मेयर पद पाने के लिए सारे रास्ते खुले हैं। तो दूसरी तरफ़ शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि, KDMC में मेयर पद पाने के लिए सत्ता के दम पर कोई अगर सौदेबाज़ी करता है तो यह महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति को शोभा नहीं देगा। वहां जनता ने सबसे अधिक सीटें जिताकर मेयर बनाने का अधिकार शिवसेना को दिया है यह कोई भूले नहीं।
पार्टी के नेता इन पार्षदों के स्थान को लेकर कोई आधिकारिक खुलासा नहीं कर रहे। जबकि सूत्रों ने NDTV इंडिया को बताया है कि बीजेपी के पार्षद इस समय परिवार समेत दक्षिण भारत के मशहूर समुद्री पर्यटन स्थल पर छुट्टीयां मना रहे हैं।
इस बीच KDMC के मेयर पद के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। इसके तहत 11 नवम्बर को मेयर का चुनाव होगा। इस पद को जीतने के लिए वैसे तो 61 वोटों की जरूरत है जो कि न बीजेपी के पास है न शिवसेना के पास। इसके बावजूद दोनों दल मेयर पद पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
इस महानगरपालिका में शिवसेना को 52 सीटें मिली हैं जबकि बीजेपी गठबंधन खुद के पास 51 पार्षदों का समर्थन होने का दावा कर रहा है।
इस हालात में राज ठाकरे की पार्टी MNS के 9 पार्षद और निर्दलीयों के साथ MIM और BSP के पार्षदों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को यहां 6 सीट मिली हैं और इन पर भी समर्थन के लिए डोरे डाले जा रहे हैं।
ऐसे मे मेयर के चुनाव से समय सदन में उपस्थित सदस्यों के आधार पर चुनाव होगा। जिसे ध्यान में रख बीजेपी अपने पार्षदों को 11 नवम्बर को पिकनिक स्पॉट से सीधे सदन ले आएगी। ताकि, कोई दग़ाबाजी न हो।
BJP के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे साफ़ कह चुके हैं कि पार्टी के सामने मेयर पद पाने के लिए सारे रास्ते खुले हैं। तो दूसरी तरफ़ शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि, KDMC में मेयर पद पाने के लिए सत्ता के दम पर कोई अगर सौदेबाज़ी करता है तो यह महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति को शोभा नहीं देगा। वहां जनता ने सबसे अधिक सीटें जिताकर मेयर बनाने का अधिकार शिवसेना को दिया है यह कोई भूले नहीं।
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