भाजपा ने तेलंगाना विधेयक पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सशर्त समर्थन की पेशकश करते हुए बुधवार को स्पष्ट किया कि सरकार को तेलंगाना और सीमांध्र दोनों क्षेत्रों के लोगों की चिंताओं पर ध्यान देना चाहिए।
प्रधानमंत्री तेलंगाना के मुद्दे पर आम-सहमति बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिसे लेकर संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है। उन्होंने अपने आवास पर दोपहर के भोजन पर भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत की।
सूत्रों के अनुसार करीब डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात के दौरान भाजपा नेताओं ने सिंह से कहा कि पार्टी तेलंगाना विधेयक का समर्थन करने के लिए तैयार है और इस मुद्दे पर उसका रुख स्पष्ट है। लेकिन पार्टी नेताओं ने सीमांध्र क्षेत्र के लिए एक पैकेज को भी शामिल करने की मांग की।
प्रधानमंत्री ने संसद में मौजूदा गतिरोध को समाप्त करने और लंबित पड़े महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करने के बारे में चर्चा करने के लिए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली को दोपहर के भोज पर आमंत्रित किया था। इस दौरान केंद्रीयमंत्री एके एंटनी, पी चिदंबरम, कमलनाथ और सुशील कुमार शिंदे भी उपस्थित थे।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेताओं ने सिंह को बताया कि तेलंगाना पर उनके रुख में बदलाव नहीं हुआ है और सरकार को सदन में व्यवस्था बनानी चाहिए, क्योंकि संसद को बाधित करने में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद सबसे आगे हैं।
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