बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कहा है कि महाराष्ट्र में जनादेश का अपमान कर छद्म राजनीति खेली जा रही है. उन्होंने NDTV से बात करते हुए कहा कि जनादेश बीजेपी, शिवसेना को साथ मिलाकर सरकार बनाने का मिला था. जब हमारी सीटें शिवसेना से कम होती थीं तब हम सीएम पोस्ट के लिए सपने नहीं देखते थे. आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई.
Maharashtra News Live Updates: Congress-NCP और अन्य सहयोगी दलों की बैठक जारी
अब Congress-NCP और शिवसेना मिलकर सरकार बनाने जा रही हैं. हालांकि इसी बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर एक बार फिर से अलग बयान आ रहे हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि दोनों दलों से सहमति बन गई है पांच साल शिवसेना का ही सीएम रहेगा. लेकिन उनके दावे विपरीत एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि पांच साल सीएम को लेकर कोई बात नहीं है अभी बहुत सी बातें बाकी हैं. इसी से मिलता जुलता बयान एक और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी किया है. वहीं कांग्रेस नेता मणिकराव ने कहा है कि महाराष्ट्र का अगला सीएम शिवसेना से बनना तय है, एनसीपी ने कभी भी मुख्यमंत्री पद नहीं मांगा है. फिलहाल महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार बनाने की प्रक्रिया से पूरी तरह बाहर हो गई है और इन तीन दलों के बीच होने जा रहे गठबंधन को लेकर पार्टी की ओर से पहली बार ऐसी प्रतिक्रिया आई है.
संजय राउत के बयान के बावजूद मुख्यमंत्री पद को लेकर तस्वीर साफ नहीं
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