किसान आंदोलन (Farmers Protest) का आज 72वां दिन है. नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ पंजाब समेत कई राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border Protest) पर धरना दे रहे हैं. विपक्षी दलों के नेता किसानों के साथ नजर आ रहे हैं. वे भी केंद्र सरकार से कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. बागपत से बीजेपी सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह (Dr Satya Pal Singh) ने अब से कुछ देर पहले एक ट्वीट किया और किसानों को देश की प्रगति का विधाता बताया.
डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने ट्वीट किया, 'बिना किसान के न जिंदगी है, न स्वास्थ्य और न ही सुरक्षा. हमारा किसान अन्नदाता है, ऊर्जादाता है और देश की प्रगति का विधाता भी.' डॉक्टर सिंह नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.
बिना किसान के न ज़िंदगी है , न स्वास्थ्य और न ही सुरक्षा। हमारा किसान अन्नदाता है, ऊर्जादाता है और देश की प्रगति का विधाता भी ।
— Dr. Satya Pal Singh (@dr_satyapal) February 5, 2021
कृषि कानूनों के मुद्दे पर NDA से अलग होने वाले लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने आज (शुक्रवार) कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narnedra Singh Tomar) के राज्यसभा में दिए बयान पर कहा, 'हम भी यह साफ कर देना चाहते हैं कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती. आज राजस्थान में 33 जिलों पर ट्रैक्टर प्रदर्शन चल रहा है और कल हम चक्का जाम करेंगे.'
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बेनीवाल ने आगे कहा, 'कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है. लोग जानते हैं कांग्रेस ने किसानों के लिए क्या किया है.' कृषि मंत्री द्वारा किसानों के आंदोलन को एक राज्य का आंदोलन बताने पर वह बोले, 'कृषि मंत्री को 2024 में पता चल जाएगा. प्रधानमंत्री 2024 में फिर सत्ता में नहीं आ पाएंगे. किसानों ने ठान लिया है अगर उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया तो ऐसा ही होगा. सरकार जान-बूझकर आंदोलन को बदनाम कर रही है. किसान इससे थकने वाला नहीं है.'
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