भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद गणेश सिंह (Ganesh Singh) ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे वह सोशल मीडिया पर सुर्खियों आ गए हैं. मध्य प्रदेश के सतना से सांसद सिंह का दावा है कि संस्कृत बोलने से इंसान डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल से दूर रहता है. गणेश सिंह ने संस्कृत यूनिवर्सिटीज़ पर लाए जाने वाले बिल पर बोलते हुए अमेरिकी संस्थान की एक रिसर्च के हवाले से यह बयान दिया है. वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने अमेरिकी स्पेस एजेंसी 'नासा' के हवाले से कहा कि अगर कंप्यूटर प्रोगामिंग संस्कृत में हो तो यह बेहद शानदार काम करेगा. बीजेपी सांसद ने कहा कि दुनियाभर की 97 फीसदी भाषाएं जिसमें इस्लामिक भाषाएं भी शामिल हैं, का मूल संस्कृत ही है.
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बीजेपी सांसद का बयान सोशल मीडिया पर वायरल होते ही उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है. ट्रोलर्स उन्हें सोच-समझकर बोलने की नसीहत दे रहे हैं. बताते चलें कि केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी भी सदन में विधेयकों पर चर्चा करते हुए अक्सर संस्कृत में ही बोलते हैं. वह कहते हैं कि यह भाषा काफी सरल है और इसका एक वाक्य कई तरह से बोला जा सकता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंग्रेजी के कई शब्द संस्कृत भाषा से ही लिए हैं. 'ब्रदर' और 'काऊ' संस्कृत से ही लिए गए हैं. वह कहते हैं कि प्राचीन भाषाओं के प्रचार-प्रसार से दूसरी भाषाएं जरा भी प्रभावित नहीं होंगी.
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बताते चलें कि इससे पहले बीजेपी के कई नेता ऐसे बयान दे चुके हैं. पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष ने सबको चौंकाते हुए जानकारी दी थी कि भारतीय गायों के दूध में सोना होता है. वहीं त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब भी इस लिस्ट में पीछे नहीं हैं. देब ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा था कि महाभारत काल में भी इंटरनेट और सैटेलाइट का इस्तेमाल किया जाता था. उन्होंने कहा, 'ये सब देश में पहली बार नहीं हो रहा है. हमारा देश वह देश है, जिसमें महाभारत के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर धृतराष्ट्र को बताया था कि कुरुक्षेत्र के युद्ध में क्या हो रहा है. संजय इतनी दूर रहकर आंख से कैसे देख सकते हैं. इसका मतलब है कि उस समय भी तकनीक, इंटरनेट और सैटेलाइट था.'
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