महाराष्ट्र एटीएस सूत्रों के हवाले से बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है कि पीएफआई के रडार पर आरएसएस और बीजेपी के कई बड़े नेता थे. इतना ही नहीं, नागपुर स्थित संघ मुख्यालय भी पीएफआई के निशाने पर है. इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी कर पीएफआई से जुड़े 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था.
सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस का नागपुर मुख्यालय पीएफआई के निशाने पर है. सूत्रों ने कहा कि पीएफआई ने विशेष रूप से महाराष्ट्र में दशहरे पर आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखने की योजना बनाई है.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने PFI पर NIA के छापे को लेकर NSA, गृह सचिव, डीजी एनआईए सहित अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की थी. NIA ने पीएफआई के 100 से अधिक शीर्ष नेताओं और पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.
वहीं, बीते 18 सितंबर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी. एजेंसी ने यह कार्रवाई तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में की थी. पीएफआई पर कानपुर हिंसा, आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और धर्म के आधार पर नफरत फैलाने के कई आरोप लगते रहते हैं. दिल्ली में सीएए आंदोलन से लेकर मुजफ्फरनगर, शामली और मध्य प्रदेश के खरगौन में हुई सांप्रदायिक हिंसा में पीएफआई से तार जुड़े होने का दावा किया जा रहा है.
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