बिहार में बाढ़ औऱ भारी बारिश कहर ढा रा है. गया, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया, सुपौल समेत समेत कई जिलों में ग्रामीण बाढ़ के पानी के कारण पलायन झेल रहे हैं. केंद्रीय जल आयोग का कहना है कि गंडक नदी मुजफ्फरपुर और गोपालगंज जिले में कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं कोसी नदी भी उफना रही है. सुपौल औऱ खगड़िया जिले में भी कोसी नदी का पानी कई तटवर्ती गांवों में घुस गया है. लोग नावों के जरिये जरूरी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं.
राजधानी पटना में शुक्रवार शाम से ही भारी बारिश के कारण बिहार विधानसभा परिसर और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास समेत कई इलाकों में जलजमाव हो गया. पटना में शुक्रवार से 145 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है, जिसने दस साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. विभाग ने बताया कि सुबह में बिजली चमकने के साथ बारिश हो रही है. पटना और आसपास के इलाकों में बिजली गिरने से किसी की मौत की सूचना नहीं है. हालांकि सुबह बारिश थमने के बाद भी भारी जलभराव देखा गया.
श्रीकृष्णपुरी और पटेल नगर समेत शहर के ज्यादातर इलाकों में बारिश से जलजमाव हो गया. विधानसभा भवन के चारों ओर पानी ही पानी दिख रहा था और कुछ दूरी पर स्थित उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के बंगले में भी पानी भर गया. पटना नगर निगम ने कहा कि अधिकांश सड़कों से पंप के जरिए दोपहर तक पानी निकाल दिया गया लेकिन निचले इलाकों में जलभराव की समस्या बनी हुई हैं.पटना में कुछ लोग दो साल पहले की भारी बारिश से आई स्थिति की आशंका जता रहे हैं, जब पानी से लबालब सड़कों पर नावें उतारी गई थीं. वायु सेना के हेलीकॉप्टर से लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई गई थी.
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