
दक्षिण कन्नड़ जिले में बीते डेढ़ महीने में लगातार तीन हत्याओं से उपजे सांप्रदायिक तनाव के बीच, प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए 36 व्यक्तियों को जिले से बाहर निकालने की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह फैसला जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने और असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसने की दिशा में एक सख्त कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है.
तीन हत्याएं, बढ़ता तनाव और प्रशासन की सख्ती
पिछले डेढ़ महीने में मंगलुरु और आसपास के इलाकों में एक के बाद एक तीन हत्याओं ने माहौल को गरमा दिया. इन घटनाओं ने न सिर्फ स्थानीय लोगों में डर का माहौल पैदा किया, बल्कि पुलिस प्रशासन पर भी दबाव बढ़ाया. इसके चलते कानून-व्यवस्था को नियंत्रण में लाने के लिए अब जिला प्रशासन ने उन लोगों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, जो शांति भंग करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे.
कौन हैं ये 36 लोग?
जिन 36 लोगों को जिला बदर किया जा रहा है, वे सांप्रदायिक हिंसा और अन्य आपराधिक मामलों में संलिप्त पाए गए हैं. इन पर क्षेत्र में तनाव फैलाने, लोगों को भड़काने और कई बार हिंसा को अंजाम देने जैसे गंभीर आरोप हैं. इस सूची में कुछ प्रमुख नाम जैसे अरुण कुमार पुट्टिला, भारत कुंदेलु, और महेश शेट्टी तिम्मारोडी शामिल हैं. इनमें से 15 मुस्लिम समुदाय से हैं, जिनके खिलाफ सांप्रदायिक घटनाओं में संलिप्तता की रिपोर्टें आई हैं.
कानून के तहत कार्रवाई
यह पूरी कार्रवाई कर्नाटक पुलिस अधिनियम की धारा 55 के तहत की जा रही है, जो प्रशासन को यह अधिकार देता है कि यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक शांति के लिए खतरा बना हुआ है, तो उसे जिले से निष्कासित किया जा सकता है.
इन इलाकों में फैला असर
जिला बदर की यह कार्रवाई कई संवेदनशील इलाकों को कवर कर रही है, जिनमें बंटवाल टाउन, बंटवाल ग्रामीण, पुत्तूर टाउन, पुत्तूर ग्रामीण, विट्टला, सुलिया, बेल्लारे, बेल्थंगडी, पुंजालकट्टे, कडबा और उप्पिनंगडी शामिल हैं.
पुलिस कमिश्नर का तबादला भी चर्चा में
इस बीच, मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर का हालिया तबादला भी सवालों के घेरे में है. सूत्रों के अनुसार, कमिश्नर को हटाने का निर्णय भी जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था और लगातार हो रही हत्याओं के कारण लिया गया है. हाल ही में पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल का तबादला कर दिया गया और उनकी जगह सुधीर कुमार रेड्डी को नया कमिश्नर मंगलुरु का नियुक्त किया गया. इसके बाद ही 36 Bad Characters को जिलाबदर करने की करवाई शुरू हुई है.
कर्नाटक के गृह मंत्रालय ने एक DIG स्तर के.अधिकारी की देख रेख में एंटी कम्युनल टास्क फोर्स का गठन किया है जो तीन जिलों पर खास तौर पर नजर रखेगा. ये जिले है दक्षिण कन्नड़ा(मैंगलोर), उडुपी और शिवमोगा यानी राज्य के सबसे ज्यादा सांप्रदायिक तौर पर संवेदनशील जिले. माना जा रहा है कि नई पुलिस व्यवस्था के तहत अब अपराधियों के खिलाफ और भी सख्त रुख अपनाया जाएगा.
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