नई दिल्ली:
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक भंवरी देवी के 17 साल के बेटे साहिब ने राजीव गांधी नहर में चल रहे खोज अभियान में मिली घड़ी की पहचान कर ली है।
भंवरी देवी पिछले साल सितंबर महीने से लापता थी। उसका अपहरण कर उसकी हत्या की गई फिर भंवरी के शव को ठिकाने लगाने के लिए बिसना राम गैंग को सौंप दिया गया। बिसना राम एक चुराई हुई गाड़ी के ज़रिए शव को जालौड़ा लेकर आया। यहां पहले भंवरी के शव को जलाया गया फिर हड्डियों और खोपड़ी को क्रिकेट बैट से तोड़ा गया।
सीबीआई ने साज़िश में इस्तेमाल बोलेरो को भी ज़ब्त कर लिया है। बोलेरो में सीबीआई को ख़ून के धब्बे भी मिले हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अपराधियों को एक के बाद एक पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने को कहा गया था जिससे अलग-अलग बयान दिए जा सकें।
भंवरी देवी पिछले साल सितंबर महीने से लापता थी। उसका अपहरण कर उसकी हत्या की गई फिर भंवरी के शव को ठिकाने लगाने के लिए बिसना राम गैंग को सौंप दिया गया। बिसना राम एक चुराई हुई गाड़ी के ज़रिए शव को जालौड़ा लेकर आया। यहां पहले भंवरी के शव को जलाया गया फिर हड्डियों और खोपड़ी को क्रिकेट बैट से तोड़ा गया।
सीबीआई ने साज़िश में इस्तेमाल बोलेरो को भी ज़ब्त कर लिया है। बोलेरो में सीबीआई को ख़ून के धब्बे भी मिले हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अपराधियों को एक के बाद एक पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने को कहा गया था जिससे अलग-अलग बयान दिए जा सकें।