पीएम नरेंद्र मोदी की 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बस्तर की यात्रा के मद्देनजर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
भोपाल:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के बीजापुर में 14 अप्रैल को होने वाले दौरे को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. एसपीजी की टीम ने बीजापुर में मोर्चा संभाल लिया है. करीब 500 जवानों की विशेष टीम कार्यक्रम स्थलों के आसपास तैनात की जाएगी.
इलाके में 10 एंटी लैंडमाइन व्हीकल सहित 100 एसपीजी के जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी देखेंगे. हाल में माओवादी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा और बढ़ाई गई है और करीब 10 किलोमीटर के दायरे में 15 सौ से अधिक जवान नियमित एरिया डोमिनेशन कर रहे हैं. डीआईजी स्तर के दो आला अफसरों को नियमित तौर पर बीजापुर में तैनात किया गया है जबकि पूरे बस्तर में भी इस दौरान विशेष तौर पर अलर्ट रखा गया है.
दरअसल 9 अप्रैल को प्रधानमंत्री के बीजापुर दौरे से पहले नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. यहां आईआईडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हुए थे, वहीं छह जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. यह घटना कुवेनार और तुमनार के बीच हुई थी, जब जवान गश्त से वापस लौट रहे थे.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी की बस्तर यात्रा का विरोध : नक्सलियों ने विस्फोट से बस उड़ाई, दो जवान शहीद
उसी दिन नक्सलियों ने किया एक के बाद एक बीजापुर-भोपालपट्टनम मार्ग में सीरियल ब्लास्ट कर इलाके को दहलाया. कोडेपाल के पास सीरियल ब्लास्ट किए गए, यहां भी ब्लास्ट के बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक जवान जख्मी हो गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आसपास 8 लेयर का सुरक्षा घेरा होगा. कार्यक्रम स्थल से 15 किलोमीटर क्षेत्रफल में तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा रहेगा. पहले में आईबी, दूसरे में पैरा मिलिट्री और तीसरे में छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान तैनात रहेंगे.
VIDEO : नक्सली हमले में नौ जवान शहीद
आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र की ओर से आने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा. कार्यक्रल स्थल के किलेबंदी के लिए दस हजार से अधिक जवानों को तैनात किया जाएगा. मंच पर अब तक पीएम सहित कुल सात लोगों के बैठने की व्यवस्था है. मंच के चारों ओर ब्लैक कैट कमांडो रहेंगे. प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए अब तक 500 से ज्यादा छोटी बड़ी बैठकें हो चुकी हैं.
इलाके में 10 एंटी लैंडमाइन व्हीकल सहित 100 एसपीजी के जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी देखेंगे. हाल में माओवादी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा और बढ़ाई गई है और करीब 10 किलोमीटर के दायरे में 15 सौ से अधिक जवान नियमित एरिया डोमिनेशन कर रहे हैं. डीआईजी स्तर के दो आला अफसरों को नियमित तौर पर बीजापुर में तैनात किया गया है जबकि पूरे बस्तर में भी इस दौरान विशेष तौर पर अलर्ट रखा गया है.
दरअसल 9 अप्रैल को प्रधानमंत्री के बीजापुर दौरे से पहले नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. यहां आईआईडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हुए थे, वहीं छह जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. यह घटना कुवेनार और तुमनार के बीच हुई थी, जब जवान गश्त से वापस लौट रहे थे.
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उसी दिन नक्सलियों ने किया एक के बाद एक बीजापुर-भोपालपट्टनम मार्ग में सीरियल ब्लास्ट कर इलाके को दहलाया. कोडेपाल के पास सीरियल ब्लास्ट किए गए, यहां भी ब्लास्ट के बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक जवान जख्मी हो गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आसपास 8 लेयर का सुरक्षा घेरा होगा. कार्यक्रम स्थल से 15 किलोमीटर क्षेत्रफल में तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा रहेगा. पहले में आईबी, दूसरे में पैरा मिलिट्री और तीसरे में छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान तैनात रहेंगे.
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आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र की ओर से आने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा. कार्यक्रल स्थल के किलेबंदी के लिए दस हजार से अधिक जवानों को तैनात किया जाएगा. मंच पर अब तक पीएम सहित कुल सात लोगों के बैठने की व्यवस्था है. मंच के चारों ओर ब्लैक कैट कमांडो रहेंगे. प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए अब तक 500 से ज्यादा छोटी बड़ी बैठकें हो चुकी हैं.
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