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4 years ago
नई दिल्ली/अयोध्या:

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन (Bhoomi Pujan) को लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की मौजूदगी में भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न होगा. भूमि पूजन के लिए 150 से ज्यादा मेहमानों को न्योता भेजा गया है. समारोह के दौरान मंच पर पांच लोग रहेंगे. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संत नृत्यगोपालदास, राज्यपाल आंनदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, सर संघचालक मोहन भागवत शामिल हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आडवाणी जी और जोशी जी दोनों से फ़ोन पर बात की गई थी. उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों और अधिक उम्र का हवाला देते हुए आने में असमर्थता जताई थी, इसलिए उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया है. प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. जगह-जगह पर बैरियर और बल्लियां लगाई गई हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं. जिला प्रशासन के अधिकारी जायजा ले रहे हैं. 

हनुमान गढ़ी पर कब्जा करने की हुई थी कोशिश, सुरक्षा के लिए मुगल शासक ने भेजी थी फौज
अयोध्या में राम जन्म भूमि के बाद जो दूसरा सबसे प्रमुख स्थान है वो हनुमान गढ़ी है. ये एक बड़ा किला है, जिसमें सबसे ऊपर हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है. जो भी श्रद्धालु आते हैं पहले वो हनुमान जी के दर्शन करते हैं फिर भगवान राम के दर्शन करने जाते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 5 अगस्त को पहले हनुमान गढ़ी में बजरंग बली के दर्शन करेंगे, उसके बाद रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे.
राम मंदिर से कितनी बदलेगी अयोध्या की सूरत? राम मंदिर न्यास के ट्रस्टी बोले- मंदिर बनने से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के भूमि पूजन  (Ram Mandir Bhoomi Pujan) को लेकर तैयारियों जोरों शोरों से चल रही हैं. काफी हद तक तैयारियां पूरी भी चुकी हैं. राम मंदिर के भूमि पूजन के इंतजामों के बीच अयोध्या की तस्वीर कितनी बदलेगी यह एक अहम सवाल है. इस मुद्दे पर एनडीटीवी ने श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र प्रताप मिश्रा से बात की.
राम मंदिर के भूमि पूजन के लिये चांदी की ईंट भेंट की
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए चांदी की दो ईंट सोमवार को यहां विहिप पदाधिकारी को सौंपी गयीं. ये ईंट भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संरक्षक मंडल के सदस्य रेवासाधाम के अग्रपीठाधीश्वर राघवाचार्य को सौंपी गयी हैं.

राम मंदिर ट्रस्ट के चंपत राय ने बताया, इस वजह से LK आडवाणी और MM जोशी को नहीं भेजा गया न्‍योता..
अयोध्‍या में 5 अगस्‍त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर हर किसी की नजर भगवान राम की जन्‍मस्‍थली मानी जाने वाली अयोध्‍या नगरी पर टिकी है. कोरोना वायरस की महामारी के चलते भूमिपूजन समारोह में खास लोगों को ही आमंत्रित किया जा रहा है.
अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन समारोह में होंगे सिर्फ 175 लोग, आयोजन के अभूतपूर्व इंतजाम
अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे भूमिपूजन के बारे में प्रेस को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि तमाम संत यहां पहुंच गए हैं. संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, सुरेश भैया जोशी भी कल रात तक पहुंचेंगे. हमने 133 संतों को निमंत्रण भेजा है. नेपाल के संत भी पहुंचेंगे. नेपाल का बिहार और यूपी से रिश्ता है.
राम जन्म भूमि पूजन के कार्ड में पीएम मोदी के अलावा तीन और लोगों का नाम शामिल
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के दो दिन पहले भगवा रंग से रंगा एक निमंत्रण पत्र का अनावरण किया गया. इस निमंत्रण पत्र में पीएम मोदी के अलावा केवल तीन लोगों का नाम है, जोकि मेहमानों की सूची में की गई छंटनी का संकेत है.
आडवाणी-जोशी को न्योता नहीं
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आडवाणी जी और जोशी जी दोनों से फ़ोन पर बात की गई थी. उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों और अधिक उम्र का हवाला देते हुए आने में असमर्थता जताई थी, इसलिए उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया है.
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सुरक्षा के कड़े इंतजाम
एनडीटीवी के संवाददाता से बातचीत में अयोध्या के डीआईजी दीपक कुमार ने कहा कि 5 अगस्त का दिन ऐतिहासिक दिन है. प्रधानमंत्री के आगमन से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल स्थापित करके काम किया जा रहा है. 

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