अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन (Bhoomi Pujan) को लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की मौजूदगी में भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न होगा. भूमि पूजन के लिए 150 से ज्यादा मेहमानों को न्योता भेजा गया है. समारोह के दौरान मंच पर पांच लोग रहेंगे. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संत नृत्यगोपालदास, राज्यपाल आंनदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, सर संघचालक मोहन भागवत शामिल हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आडवाणी जी और जोशी जी दोनों से फ़ोन पर बात की गई थी. उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों और अधिक उम्र का हवाला देते हुए आने में असमर्थता जताई थी, इसलिए उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया है. प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. जगह-जगह पर बैरियर और बल्लियां लगाई गई हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं. जिला प्रशासन के अधिकारी जायजा ले रहे हैं.
अयोध्या में राम जन्म भूमि के बाद जो दूसरा सबसे प्रमुख स्थान है वो हनुमान गढ़ी है. ये एक बड़ा किला है, जिसमें सबसे ऊपर हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है. जो भी श्रद्धालु आते हैं पहले वो हनुमान जी के दर्शन करते हैं फिर भगवान राम के दर्शन करने जाते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 5 अगस्त को पहले हनुमान गढ़ी में बजरंग बली के दर्शन करेंगे, उसके बाद रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे.
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के भूमि पूजन (Ram Mandir Bhoomi Pujan) को लेकर तैयारियों जोरों शोरों से चल रही हैं. काफी हद तक तैयारियां पूरी भी चुकी हैं. राम मंदिर के भूमि पूजन के इंतजामों के बीच अयोध्या की तस्वीर कितनी बदलेगी यह एक अहम सवाल है. इस मुद्दे पर एनडीटीवी ने श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र प्रताप मिश्रा से बात की.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए चांदी की दो ईंट सोमवार को यहां विहिप पदाधिकारी को सौंपी गयीं. ये ईंट भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संरक्षक मंडल के सदस्य रेवासाधाम के अग्रपीठाधीश्वर राघवाचार्य को सौंपी गयी हैं.
PM will first do darshan-pujan at Hanumangarhi Mandir, after which he will do puja of Ram Lalla at Shri Ram Janmabhoomi. It will be then followed by the Bhumi Pujan & the stage event: Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra. #RamTemple pic.twitter.com/S9XL7d4iCS
- ANI (@ANI) August 3, 2020
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर हर किसी की नजर भगवान राम की जन्मस्थली मानी जाने वाली अयोध्या नगरी पर टिकी है. कोरोना वायरस की महामारी के चलते भूमिपूजन समारोह में खास लोगों को ही आमंत्रित किया जा रहा है.
अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे भूमिपूजन के बारे में प्रेस को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि तमाम संत यहां पहुंच गए हैं. संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, सुरेश भैया जोशी भी कल रात तक पहुंचेंगे. हमने 133 संतों को निमंत्रण भेजा है. नेपाल के संत भी पहुंचेंगे. नेपाल का बिहार और यूपी से रिश्ता है.
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के दो दिन पहले भगवा रंग से रंगा एक निमंत्रण पत्र का अनावरण किया गया. इस निमंत्रण पत्र में पीएम मोदी के अलावा केवल तीन लोगों का नाम है, जोकि मेहमानों की सूची में की गई छंटनी का संकेत है.